सिरसा: हरियाणा सरकार ने हाल ही में नियम 134-ए को खत्म कर दिया है. जिसका सिरसा के लोग विरोध कर (sirsa protest against 134a removal) रहे हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को सिरसा के अम्बेडकर चौक पर सीएम मनोहर लाल का पुतंला भी फूंका गया. सिरसा के लोगों ने हरियाणा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. इसके अलावा सिरसा में पिछले दिनों एक दलित स्टूडेंट्स के साथ कुछ दबंग लोगों द्वारा मारपीट करने और उसकी पढ़ाई बाधित करने के मामले को लेकर भी इन लोगों का गुस्सा फूटा है.
उन्होंने कहा कि पुलिस ने दलित समाज के युवक पर एक लड़की से छेड़छाड़ करने का झूठा मामला दर्ज किया है जिसे रद्द करने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि साथ ही सरकार जल्द से जल्द 134-ए को बहाल करे और पीड़ित युवक पर दर्ज किए गए मामले को जल्द रद्द करे. प्रदर्शनकारी पंकज चौहान ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा गरीब बच्चों की प्राइवेट स्कूलों में फ्री शिक्षा के अधिकार को अब बंद कर दिया है. उन्होंने बताया की इस स्कीम के तहत एक गरीब घर का बच्चा भी एक टेस्ट पास करके बड़े से बड़े प्राइवेट स्कूल में फ्री शिक्षा ग्रहण कर सकता था, लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा यह स्कीम अब बन्द कर दी गई है. जिसकी हम घोर निंदा करते हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने व्यापारियों को फायदा देने के लिए इस स्कीम को बंद कर दिया है. इससे यह साफ जाहिर होता है कि भाजपा सरकार ने शिक्षा को व्यापार बनाया हुआ है. इसके साथ-साथ गांव शाहपुरिया में एक 10वीं कक्षा के दलित परिवार के बच्चे को जातिगत मामलों के चलते उसके नम्बर कम लगाए गए. वह बच्चा पढ़ाई में काफी होशियार है जिस कारण उसे काफी बार सम्मानित भी किया गया है. उन्होंने बताया कि गांव के कुछ दबंगों द्वारा उसके साथ मारपीट की गई और उसका स्कूल से नाम कटवा दिया और परीक्षा देने से भी मना कर दिया गया.
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उस बच्चे पर झूठा मुकदमा दर्ज किया गया है. जिसके बाद पुलिस प्रोटेक्शन में उस बच्चे की परीक्षा करवाई गई. आज प्रदेश के हालात आप देख सकते हो कि एक बच्चे को परीक्षा पुलिस प्रोटेक्शन में करवाई जा रही है. पंकज ने बताया कि आज हमने 2 मांगों को लेकर मुख्यमंत्री का पुतला फूंका है. यह प्रदर्शन केवल दलित के लिए नहीं बल्कि सर्वसमाज के लिए है. उन्होंने बताया कि यदि समय रहते सरकार 134ए को दोबारा लागू नहीं करती और उस दलित बच्चे पर लगाया झूठ मुकदमा वापस नहीं लेती तो दलित समाज के साथ-साथ सर्वसमाज के लोग मिलकर आंदोलन करेंगे.
गौरतलब है कि बीते बुधवार को हरियाणा सरकार ने नियम 134ए को खत्म (haryana 134A rule abolished) कर दिया है. अब गरीब बच्चों को निजी स्कूलों में फ्री में दाखिला नहीं मिलेगा. इस नियम के तहत प्राइवेट स्कूलों को 10 प्रतिशत सीट रिजर्व रखनी होती थी. निजी स्कूल संचालकों ने इसका दिल खोलकर स्वागत किया है, क्योंकि इसके विरुद्ध आवाज उठाते हुए वे पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट भी गए थे. वहीं आम लोग इस फैसले का विरोध कर रहे हैं.
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