सिरसा: देश के अलग-अलग राज्यों में 10 हजार करोड़ से अधिक के वैट और जीएसटी घोटाले के मुख्य सरगना पवन बंसल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में पुलिस ने अभी तक 18 लोगों को अरेस्ट किया है. पदम बंसल इन घोटालों का सरगना बताया जा रहा है. सिरसा पुलिस ने अभी और भी आरोपियों के शामिल होने की आशंका जताई है. फिलहाल पुलिस ने मामले में जांच को और भी तेज कर दिया है.
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वैट घोटाले का मुख्य आरोपी गिरफ्तार: मीडिया से बातचीत करते हुए हिसार रेंज के एडीजीपी श्रीकांत जाधव ने बताया कि मंडल पुलिस द्वारा गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन फोर्स द्वारा 10618 करोड़ वैट व जीएसटी घोटाले के मुख्य आरोपी पदम बंसल को गुरुवार देर शाम दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है. उम्मीद है कि इस मामले में कई नाम सामने आ सकते हैं.
दूसरे राज्यों तक फैले हैं तार: एडीजीपी ने बताया कि आरोपियों की कस्टोडियल इंटेरोगेशन चल रही है. इस संदर्भ में गठित एसआईटी ने साल 2014 में अपनी जांच रिपोर्ट जस्टिस प्रीतमपाल के सामने पेश की थी. सरकार द्वारा मामले की जांच करने के लिए 14 सदस्यों की एसआईटी कमेटी का गठन किया गया था. उन्होंने कहा कि इस घोटाले के तार दिल्ली, गुजरात समेत अन्य राज्यों में भी फैले हुए थे.
पुलिस रडार पर नामी व्यापारी: श्रीकांत जाधव ने बताया कि अकेले केवल सिरसा जिले से ही वैट घोटाला करीब 300 करोड़ रुपये का था. एसआईटी ने इस मामले में मुख्य आरोपी महेश बंसल को पहले महीने में ही गिरफ्तार कर लिया था. उसके बाद टीम ने रमेश अरोड़ा, महेश बंसल व अब पदम बंसल यानी एमआरपी के नाम से मशहूर तिकड़ी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इस मामले में कई नामी अधिकारी व व्यापारी पुलिस रडार पर है.
बाप-बेटे से होगी पूछताछ: एडीजीपी ने बताया कि अब तक इस मामले में 18 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. सेवानिवृत्त डीटीसी जी सी चौधरी, अशोक सुखीजा सहित अमित बंसल, कपिल,आशा रानी व महेश, रमेश पदम बंसल को गिरफ्तार किया जा चुका है. इस केस में जांच अभी जारी है. नकली फर्मो के सहारे धोखाधड़ी करने वाले व सरकार को करोड़ों का चूना लगाने वाले काफी व्यापारी व टैक्सेशन के अधिकारी अभी भी पुलिस के रडार पर हैं. इस मामले में पदम बंसल को कोर्ट में पेश कर 4 दिन के रिमांड लिया गया है. जबकि उसके बेटे अमित बंसल को भी तीन दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है.
जांच में दोषी पाए गए कई व्यापारी: श्रीकांत जाधव ने उस वक्त सिरसा, कैथल, बहादुरगढ़, गुड़गांव, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत आदि 10 जिलों में वैट रिफंड तथा व्यापारियों को गलत लाभ देकर टैक्स की चोरी कराने में अनेक अधिकारी व व्यापारियों को जांच के दौरान दोषी पाया था. उन्होंने जांच उपरांत अपनी रिपोर्ट में वैट रिफंड मे 10618 करोड़ के घोटाले बारे रिपोर्ट 14 जनवरी 2015 में लोकायुक्त हरियाणा सरकार को पेश की थी.
सिरसा में 34 केस दर्ज: गलत तरीके से रिफंड करने वाले टैक्सेशन विभाग के अधिकारियों व गलत तरीके से रिफंड प्राप्त करने वाले व्यापारियों पर कार्रवाई के आदेश दिए गए थे. फर्जी तरीके से वैट रिफंड मामले में अकेले सिरसा में 34 मुकदमे विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किये गये हैं. इनमें 16 केस 2016 में दर्ज किये गये थे व 18 केस 2020 में दर्ज किए थे. जीएसटी चोरी के मामले में भी सिरसा अछूता नहीं है. फर्जी फर्म बनाकर करोड़ों की जीएसटी चोरी मामले में सिरसा मे जांच के दौरान अब तक 60 फर्में फर्जी पाई गई है.
आरोपियों की लिस्ट में शामिल है ये नाम: इस मामले में शहर के चार्टेड अकाउंटेंट, जीएसटी वकील भी इस खेल में संदिग्ध है. पदम बंसल द्वारा अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर जा फर्म बनाई थी. इनमें रोहित ट्रेडिंग कंपनी सिरसा, बालाजी ट्रेडिंग कंपनी, भारत ट्रेडिंग कंपनी, गंगाराम ट्रेडिंग कंपनी, विजय ट्रेडिंग कंपनी, तिरुपति ट्रेडर्स, फर्म हजारी लाल श्याम सुंदर ट्रेडिंग कंपनी, रजत ट्रेडर्स, जगदम्बा ट्रेडिंग कंपनी, आरके ट्रेडिंग कंपनी, पारस ट्रेडिंग कंपनी, संजय सेल्स एजेंसी सहित 21 फर्मों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है.