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रसोई में बचे वेस्ट मटेरियल से खाद बनाकर छत पर उगाई ऑर्गेनिक सब्जियां

सुरेंद्र नागपाल ने घर की छत को खेत में तब्दील कर दिया है. पुरानी प्लास्टिक की बाल्टी और ड्रम में मिट्टी इकट्ठा कर सुरेंद्र ऑर्गेनिक तरीके से सब्जियों को उगाते हैं. पढ़ें पूरी खबर

Organic farming in sirsa friends colony
Organic farming in sirsa friends colony
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Published : May 26, 2020, 3:12 PM IST

सिरसा: कौन कहता है कि आसमान में छेद नहीं हो सकता. एक पत्थर तो तबीयत से उछालों यारों. इस कहावत को चित्रार्थ किया है सिरसा के सुरेंद्र नागपाल ने. फ्रेंड्स कॉलोनी में रहने वाले सुरेंद्र नागपाल ने रसोई में बचे वेस्ट मटेरियल से खाद बनाई. जिसकी मदद से उन्होंने घर की छत पर ऑर्गेनिक सब्जियों को उगाया. सुरेंद्र नागपाल ये काम करीब 5 साल से कर रहे हैं.

सुरेंद्र नागपाल ने घर की छत को खेत में तब्दील कर दिया है. पुरानी प्लास्टिक की बाल्टी और ड्रम में मिट्टी इकट्ठा कर सुरेंद्र ऑर्गेनिक तरीके से सब्जियों को उगाते हैं. सुरेंद्र ने ऑर्गेनिक खेती के फायदे भी गिनवाए. सुरेंद्र ने कहा कि ऑर्गेनिक खेती में लागत भी कम आती है और इससे मुनाफा भी ज्यादा होता है.

रसोई में बचे वेस्ट मटेरियल से खाद बनाकर छत पर उगाई ऑर्गेनिक सब्जियां

सुरेंद्र ने लोगों को सलाह दी है कि वो भी ऐसा कर मुनाफा कमा सकते हैं. इसकी वजह से लोग पेस्टीसाइड वाली सब्जियों को खाने से भी बच सकते हैं. सुरेंद्र ने कहा कि शुरुआत में उन्हें भले ही लोगों को इसमें नाकामी मिले. लेकिन वो मेहनत जारी रखें. इसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलेगा.

ये भी पढ़ें- गार्बेज फ्री शहरों के सर्वेक्षण में चंडीगढ़ पिछड़ा, अधिकारियों और कर्मचारियों में नहीं तालमेल!

ईटीवी भारत हरियाणा के साथ बातचीत में सुरेंद्र ने बताया कि उनको शुरू से ही ऑर्गेनिक खेती का शौक था. एक छोटे से शौक की वजह से उन्होंने छत पर ही सब्जियों की उगाई करना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा शुरूआत में तो उन्हें काफी परेशानी हुई, लेकिन उन्होंने मेहनत करनी नहीं छोड़ी.

सिरसा: कौन कहता है कि आसमान में छेद नहीं हो सकता. एक पत्थर तो तबीयत से उछालों यारों. इस कहावत को चित्रार्थ किया है सिरसा के सुरेंद्र नागपाल ने. फ्रेंड्स कॉलोनी में रहने वाले सुरेंद्र नागपाल ने रसोई में बचे वेस्ट मटेरियल से खाद बनाई. जिसकी मदद से उन्होंने घर की छत पर ऑर्गेनिक सब्जियों को उगाया. सुरेंद्र नागपाल ये काम करीब 5 साल से कर रहे हैं.

सुरेंद्र नागपाल ने घर की छत को खेत में तब्दील कर दिया है. पुरानी प्लास्टिक की बाल्टी और ड्रम में मिट्टी इकट्ठा कर सुरेंद्र ऑर्गेनिक तरीके से सब्जियों को उगाते हैं. सुरेंद्र ने ऑर्गेनिक खेती के फायदे भी गिनवाए. सुरेंद्र ने कहा कि ऑर्गेनिक खेती में लागत भी कम आती है और इससे मुनाफा भी ज्यादा होता है.

रसोई में बचे वेस्ट मटेरियल से खाद बनाकर छत पर उगाई ऑर्गेनिक सब्जियां

सुरेंद्र ने लोगों को सलाह दी है कि वो भी ऐसा कर मुनाफा कमा सकते हैं. इसकी वजह से लोग पेस्टीसाइड वाली सब्जियों को खाने से भी बच सकते हैं. सुरेंद्र ने कहा कि शुरुआत में उन्हें भले ही लोगों को इसमें नाकामी मिले. लेकिन वो मेहनत जारी रखें. इसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलेगा.

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ईटीवी भारत हरियाणा के साथ बातचीत में सुरेंद्र ने बताया कि उनको शुरू से ही ऑर्गेनिक खेती का शौक था. एक छोटे से शौक की वजह से उन्होंने छत पर ही सब्जियों की उगाई करना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा शुरूआत में तो उन्हें काफी परेशानी हुई, लेकिन उन्होंने मेहनत करनी नहीं छोड़ी.

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