सिरसा: लॉकडाउन के चौथे दिन जहां प्रशासन, कई समाजिक संगठन और समाजसेवी लोगों द्वारा बस्तियों में रहने वाले दिहाड़ीदार मजदूरों को राशन बांटने का काम किया जा रहा है. वहीं खाने पीने व किराए की व्यवस्था न होने के कारण आज सिरसा के अलग-अलग गांव और मोहल्लों से दर्जनभर प्रवासी मजदूर पैदल ही यूपी स्थित अपने गांवों के लिए रवाना हो गए.
लॉकडाउन के चलते दिहाड़ी मजदूरी कर अपना गुजर बसर करने वाले मजदूरों के सामने मुश्किल खड़ी हो गई है. उनके पास बीते कई दिनों से कोई कामकाज नहीं है. उनको भूखे मरने की नौबत आ गई है, इसलिए वो पैदल ही यूपी स्थित अपने घरों को जाने के लिए निकल पड़े हैं.
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मजदूर मोहन कुमार ने बताया कि वो सिरसा की ऑटो मार्केट में गाड़ी धोकर खर्च चलाता था. पिछले एक सप्ताह से ना तो उसके पास कोई काम है ना ही खर्च चल पा रहा है. अब तक खाने-पीने की व्यवस्था भी उनके पास नहीं हो पा रही है, इसलिए मजबूरी में वो पैदल ही अपने गांव जा रहे हैं.
बता दें कि इनके पास ना तो मास्क हैं और ना ही सैनिटाइजर. अलग-अलग शहरों से होकर ये निकलेंगे. कोरोना प्रभावित क्षेत्रों से भी इन्हें निकलना पड़ेगा. मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था ना होने के कारण इनमें भी संक्रमण फैलने की आशंका है. अब इस तरह निकलने वाले प्रवासी मजदूरों पर सरकार को ध्यान देना चाहिए.