सिरसा: एचएसजीपीसी प्रधान जगदीश झींडा (Jagdish Singh Jhinda) ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में करीब 100 से ज्यादा गुरुद्वारा एवं गुरुघर होंगे, जो हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अंतर्गत आएंगे. झींडा ने जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल पर तंज कसते हुए कहा कि दादूवाल को उनके बीमार होने की सूरत में कार्यकारी प्रधान बनाया गया था लेकिन उन्होंने मौके का फायदा उठाते हुए खुद को प्रधान नियुक्त करवा लिया. झींडा ने कहा कि वे जब बीमार हुए थे तब कार्यकारी प्रधान दादूवाल को चुन लिया गया.
इलेक्शन मीटिंग में उनका इस्तीफा हाउस में रखा गया लेकिन वह मंजूर ही नहीं हुआ. सुप्रीम कोर्ट तक कागजों में उन्हें ही प्रधान लिखा गया. उन्होंने स्पष्ट किया कि वे ही प्रधान हैं, क्योंकि उनके साथ कमेटी के 33 सदस्य हैं जबकि दादूवाल के साथ सिर्फ तीन ही सदस्य हैं. झींडा ने कहा कि बलजीत सिंह दादूवाल अपने लालच में गुरुद्वारों की गिनती चौक-चौराहों में न करें. इसलिए दादूवाल अपनी भाषा को ठीक रखें.
झींडा ने एसजीपीसी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को भी निवेदन करते हुए कहा कि एसजीपीसी सिख संगतों की पार्लियामेंट है. हरियाणा और दिल्ली में सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी स्टेट बॉडी है इसलिए सभी सिख संगत एसजीपीसी का सत्कार करता है. आगे भी सत्कार करता रहेगा. उन्होंने कहा कि जिस दिन हरियाणा के सिख हरियाणा के गुरुद्वारों की कमान संभालेगे उस दिन सुखबीर बादल हरियाणा के सिखों को हरियाणा के गुरुद्वारों की कमान खुद सुपुर्द करवाने हरियाणा आएं. उन्होंने कहा कि पांच प्यारे भी इस मौके पर हरियाणा में पहुंचकर हरियाणा के सिखों का मान सम्मान बढ़ाने आएं.
झींडा ने बताया कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब महाराज का शुक्राना करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा 7 अक्टूबर को ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब पातशाही दसवीं नाडा साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब शुरू करवाया जाएगा. जिसके समापन पर 9 अक्टूबर को कमेटी द्वारा हरियाणा के सिख समाज की ओर से मुख्यमंत्री को सम्मानित किया जाएगा.