सिरसा: अपनी 16 सूत्रीय मांगों को लेकर मजदूरों ने गुरुवार को सिरसा लघु सचिवालय (Mini Secretariat Sirsa) पर धरना दिया. मजदूरों का कहना है कि महंगाई अपने चरम पर है. सभी चीजों के दाम आसमान को छू रहे हैं. बढ़ती महंगाई से हर तबका परेशान है. लेकिन सबसे ज्यादा दिक्कत गरीब वर्ग को है. इसीलिए मजदूर वर्ग ने सिरसा के लघुसचिवालय में प्रदर्शन कर रहा है. मजदूरों का कहना है कि महंगाई इतनी बढ़ गई है लेकिन उनकी मजदूरी नही बढ़ाई गई. न ही उनके काम करने का समय निश्चित है.
मजदूरी बढ़ाने और काम का समय निश्चित करने जैसी अपनी कई मांगों को लेकर सिरसा लघु सचिवालय में करीब 40 से अधिक गांव के मजदूर पहुंचे. मजदूरों ने लघु सचिवालय पर धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. लघु सचिवालय पर प्रदर्शन कर रहे मजदूरों ने कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो मजदूर वर्ग बड़ा आंदोलन करने से भी पीछे नही हटेगा. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अभी तो केवल 40 गांव के मजदूर इकट्ठा हुए हैं. अगर उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं हुई तो प्रदेश भर में मजदूर वर्ग को एकत्रित करके आंदोलन करेंगे.
महंगाई लगतार बढ़ रही है लेकिन उनकी मजदूरी नही बढ़ी. उनको जो काम मिलता था वो भी अब बंद है. इसलिए घरों का गुजारा होना मुश्किल हो गया है. उनकी मांग है कि उनकी मजदूरी 500 रुपये की जाए साथ ही उनके काम करने का समय भी निश्चित किया जाए. गगनदीप, प्रदर्शनकारी मजदूर
बढ़ती महंगाई ने आम आदमी का जीना मुहाल कर दिया है. खाद्य तेल, रसोई गैस, पेट्रोल-डीजल समेत जरूरी सामानों के दाम में बढ़ गये हैं. खुदरा महंगाई दर रिकॉर्ड 7 फीसदी तक पहुंच गई है. जिसके चलते कम कमाई करने वाले परिवारों का बजट बिगड़ गया है. इसलिए दिहाड़ी मजदूरी करने वालों की हालत समझी जा सकती है. मजदूर वर्ग बेहद परेशान है. दो जून की रोटी का इंतजाम भी उसके लिए मुश्किल हो रहा है.