सिरसा: बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से इस बार किसानों की गेहूं की फसल 70 फीसदी तक बर्बाद हो गई है. जिसकी वजह से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. किसानों के मुताबिक गेहूं की जो फसल खेतों में गिर गई है. उसमें दाना पनप नहीं पाएगा. जिससे फसल के उन्हें सही दाम नहीं मिलेंगे. किसानों की परेशानी को देखते हुए हरियाणा सरकार ने बारिश से बर्बाद हुई फसलों की स्पेशल गिरदावरी के आदेश दिए हैं.
सरकार ने किसानों के अपील की है कि 72 घंटों के अंदर वो मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर जानकारी अपलोड करें. कृषि विभाग के मुताबिक पोर्टल पर जानकारी अपलोड करने वाले किसानों की फसलों की गिरदावरी शुरू हो गई है. जल्द ही किसानों को मुआवजा दिया जाएगा. हरियाणा के सिरसा जिले में कृषि विभाग का दावा है कि अब तक जिले के करीब 20 हजार किसानों ने मुआवजे के लिए आवेदन किया है. जिसके बाद उनके मुआवजे की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण कराने से वंचित रहे किसानों के लिए सरकार की ओर से एक बार फिर पोर्टल को खोला गया है, ताकि किसानों को गिरदावरी का लाभ मिल सके. पोर्टल पर पंजीकृत होने के बाद किसान अब क्षतिपूर्ति पोर्टल पर भी अपनी फसल में हुए नुकसान का ब्योरा भर सकते हैं. किसानों के लिए मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल 3 अप्रैल तक पंजीकरण के लिए खुला रहेगा.
कृषि उप निदेशक डॉक्टर बाबूलाल ने बताया कि हरियाणा सरकार ने किसान हित में मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण कराने से वंचित रहे किसानों के लिए पोर्टल को पुन: खोलने का फैसला लिया है. पोर्टल पर पंजीकृत होने के बाद किसान अब क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी फसल में हुए नुकसान का ब्योरा भर सकते हैं.