सिरसा: सरकार के खिलाफ जारी लड़ाई में किसानों को अब दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. हरियाण-दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानों की बात जहां सरकार मानने को तैयार नहीं हैं तो वहीं दूसरी तरफ खेतों में खड़ी फसल खराब होना शुरू हो गई है. किसानों की गैर मौजूदगी में उनकी सरसों की फसल में फंगस लगनी शुरू हो गई है, जिसकी वजह से किसानों समस्याएं और बढ़ने वाली है.
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सिरसा में ईटीवी भारत की टीम ने कुछ किसानों से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि ज्यादातर किसान सिंघु बॉर्डर पर बैठे है और ऐसे में उनकी फसल की देखभाल करने के लिए यहां कोई नहीं है. उन्होंने बताया कि फसलों पर समय से स्प्रे नहीं होने की वजह से उसपर फंगस लग गई है. जिसकी वजह से सरसों की फसल की टहनियों पर एक सफेद रंग का पंजा बन जाता है और पतों के नीचे धब्बे से बन जाते हैं और फसल खराब हो जाती है.
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किसान ने बताया की ये फंगस जमीन से ही पैदा होती है और फसल की अच्छे से देखभाल न होने की वजह से वो खराब हो जाती है. किसानों ने कहा कि अगर समय रहते फसलों को संभाला नहीं गया तो उनकी सारी महनत मिट्टी में मिल जाएगी. किसानों ने कहा कि अभी 5 से 7 प्रतिशत फसल खराब हुई है लेकिन आगे और भी फसल खराब होने की आशंका है क्योंकि किसान धरने पर बैठे हुए हैं.
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इन किसानों का कहना है कि अगर सरकार जल्द से जल्द उनकी मांगे मानले और कृषि कानून रद्द करे दें तो वो अपने घर लौटकर फसल की देखभाल कर सकेंगे और अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो उनकी मुसबतें बढ़ती ही चली जांएगी.