सिरसा: कोरोना के बाद जिले में अब ब्लैक फंगस तेजी से पैर पसार रहा है. जिले में अब तक ब्लैक फंगस के 29 मामले सामने आ चुके हैं. जबकि इस महामारी की वजह से 5 लोगों की मौत भी हो चुकी है. मरने वालों में एक नाबालिग बच्चा, 2 महिलाएं और 2 व्यक्ति शामिल हैं.
सिविल सर्जन डॉक्टर मनीष बंसल ने कहा कि ज्यादातर ब्लैक फंगस के मामले डायबिटीज और कोरोना रोगियों में देखे गए हैं. सिरसा में नागरिक अस्पताल में फिजिशियन और न्यूरो सर्जन नहीं है, इसलिए यहां मरीजों का उपचार नहीं हो पा रहा.
सिरसा में ब्लैक फंगस के मरीजों को निजी अस्पतालों और अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में रेफर किया जा रहा है. अग्रोहा मेडिकल कॉलेज को ब्लैक फंगस के इलाज के लिए सेंटर बनाया गया है. नागरिक अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर मनीष बंसल ने बताया कि सिरसा में 29 केस रिपोर्ट हुए हैं, जबकि अब तक ब्लैक फंगस के कारण 5 लोगों की मौत हो चुकी है.
उन्होंने कहा कि लगातार ब्लैक फंसग के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. ये फंगल इंफेक्शन है और नाक के आस-पास से शुरू होता है. डायबिटीज मरीज जो कोरोना के उपचार के लिए आईसीयू में रहे हैं उनमें या स्टेराॅयड ज्यादा लेने वाले मरीजों में ये इंफेक्शन होता है.
सिविल सर्जन ने कहा कि गाल में सूजन, आंख में सूजन, सिर में दर्द आदि इस तरह के लक्षण मिलने पर तुरन्त जांच करवा लेनी चाहिए. समय पर इलाज मिलने से मरीज की जान बचाई जा सकती है. उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस को लेकर अग्रोहा मेडिकल कॉलेज को सेंटर बनाया गया है और सिरसा में ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में किया जाएगा.