रोहतकः हरियाणा में लोकसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद से ही बीजेपी नेता विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रहे हैं. उज्जैन से बीजेपी सांसद अनिल फिरोजिया ने तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तक को हराने का दावा किया है. उनका कहना है कि जब मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ जैसे लोग चुनाव हार सकते हैं, तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा का क्या वजूद है.
'हुड्डा को देंगे मात'
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में जीत का दावा करते हुए सांसद अनिल फिजोरिया ने कहा कि बीजेपी अबकी बार गढ़ी सांपला किलोई से हुड्डा को मात देगी. फिरोजिया मंगलवार को गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा क्षेत्र के सांपला कस्बे में कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे थे. बता दें कि बीजेपी ने रोहतक जिले की 4 विधानसभा सीटों के लिए अनिल फिरोजिया को प्रभारी नियुक्त किया है.
हुड्डा को हराने का दावा
गढ़ी सांपला किलोई विधानसभा सीट से प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा विधायक हैं, लेकिन इस बार अनिल फिरोजिया इस विधानसभा सीट पर भी भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी की जीत का दावा कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि पूरे हरियाणा में मनोहर लाल ने बिना भेदभाव के विकास कार्य करवाए हैं. जिससे हरियाणा की जनता एक बार फिर उन्हीं को चुनेगी.
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'मोदी के शाह के नाम पर लड़ेंगे चुनाव'
अनिल फिरोजिया ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो काम किए हैं वे हर तरफ दिखाई दे रहे हैं. जिसके चलते केंद्र में पूर्ण बहुमत की बीजेपी की सरकार बनी और अब प्रदेश में भी बीजेपी की पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनेगी. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह उनके नेता हैं और उनके नाम से ही चुनाव लड़ा जाएगा.
गढ़ी सांपला किलोई का इतिहास
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 1982 में हरीचंद हुड्डा और 1987 में श्रीकृष्ण हुड्डा से मात खाई. दोनों बार मात देने वाले प्रत्याशी लोकदल के ही थे. वर्ष 1991 में कृष्णमूर्ति हुड्डा ने 23 साल बाद किलोई से कांग्रेस का परचम फहराया. उन्होंने जनता दल के श्रीकृष्ण हुड्डा को पराजित किया. 1996 में किलोई एक बार फिर कांग्रेस के हाथों से न केवल फिसल गई बल्कि तीसरे स्थान पर भी पहुंच गई. मुकाबला इनेलो और हरियाणा विकास पार्टी के बीच था. लेकिन 2000 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पहली बार यहां से जीत हासिल की और तब से लेकर अब तक वे किलोई में अंगद के पैर की तरह अपना पैर जमाए हुए हैं.
काफी रोचक होगा मुकाबला
गौरतलब है कि 2014 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अच्छे मार्जन से जीत दर्ज की थी. उन्हें थोड़ी बहुत चुनौती इनेलो के सतीश कुमार नांदल ने दी थी. 2019 का विधानसभा चुनाव काफी रोचक होने की उम्मीद है, क्योंकि सतीश नांदल बीजेपी में शामिल हो गए हैं. ऐसे में देखने वाली बात ये होगी की अपनी जीत को आश्वस्त बीजेपी सरकार क्या हुड्डा के गढ़ में कमल खिला पाएगी या 2014 की तरह एक बार फिर हुड्डा ही अपने किले पर राज करेंगे.
2014 का परिणाम
- भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेसः 80693
- सतीश नांदल इनेलोः 33508
- धर्मबीर हुड्डा बीजेपीः 22101
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