रोहतक: कोराना महामारी के चलते लॉकडाउन में टमाटर की खेती करने वाले किसानों की हालत ठीक नहीं है. किसानों का कहना है कि अबकी बार उसने टमाटर की खेती की थी ताकि उसे बढ़िया मुनाफा मिलेगा, लेकिन कोरोना संकट ने सारा काम चौपट कर दिया.
हालांकि, उसके खेत में टमाटर का उत्पादन बढ़िया मात्रा में हो रहा है, लेकिन हर रोज मिलने वाला फल बिक नहीं पा रहा है, क्योंकि कोरोना संकट के चलते कई मंडिया बंद हैं. उन्होंने बताया की उसका पांच लोगों का परिवार है और वो खुद हर समय खेत में काम करते हैं और ढाई एकड़ में टमाटर उगाने के लिए उसे डेढ़ लाख रुपये खर्च करने पड़े हैं.
उन्होंने कहा कि पिछले 2 दिन से पड़ रही गर्मी के कारण उसके खेत में टमाटर के काफी पेड़ खराब हो गए हैं. अगर तापमान इतना ही रहा तो हफ्ता भर में उसकी तमाम फसल निपट जाएगी. अपनी फसल बेचने के लिए उसे गांव-गांव घूमना पड़ रहा है, जिससे उसकी लागत बढ़ रही है.
किसान की मांग है कि सरकार सब्जी उत्पादन के लिए सही बाजार नीति अपनाए तो किसान धान जैसी फसल नहीं उगाएगा और फसल चक्र अपनाकर सब्जी की खेती की तरफ ध्यान देगा. कोरोना काल में हुए नुकसान को देखते हुए सरकार को किसान की मदद करनी चाहिए, ताकि किसान आगे उत्साह से काम कर सके.