रोहतक: हरियाणा में ई टेंडरिंग प्रणाली का विरोध कर रहे हरियाणा के सरपंचों ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है. सरपंचों ने हरियाणा सरकार को एक सप्ताह में इस बारे में ठोस निर्णय करने को कहा है. इसके साथ ही सरपंचों ने चेतावनी देते हुए कहा कि वे रविवार को प्रदेश में सुबह 7 बजे से दोपहर एक बजे तक रोड जाम कर इसका विरोध करेंगे. सरपंच गोहाना में होने वाली केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली का भी विरोध करेंगे. मुख्यमंत्री के नरवाना आगमन पर सीएम का भी विरोध किया जाएगा.
रोहतक में सरपंचों की रैली: रोहतक के जसिया गांव स्थित छोटूराम धाम में हुई सरपंचों की प्रदेश स्तरीय रैली में शनिवार को इस बारे में निर्णय लिया गया. इस बैठक की अध्यक्षता सरपंच एसोसिएशन हरियाणा के अध्यक्ष रणबीर सिंह ने की. बैठक में अब तक हुए आंदोलन की समीक्षा भी की गई. दरअसल, ई टेंडरिंग प्रणाली व राइट टू रिकॉल के विरोध में प्रदेश के सभी जिलों में ब्लॉक स्तर पर बीडीपीओ ऑफिस के बाहर कई दिन से धरना दिया जा रहा है.
3 दिन पहले करनाल में सरपंच एसोसिएशन हरियाणा की बैठक में तय हुआ था कि आगामी रणनीति बनाने के लिए जसिया में प्रदेश स्तरीय रैली होगी. सरपंच एसोसिएशन हरियाणा के अध्यक्ष रणबीर सिंह ने ई टेंडरिंग प्रणाली को प्रदेश के गांवों के विकास में बाधा बताया है. उन्होंने कहा कि पहले ही 2 साल देरी से गांवों में सरपंच के चुनाव हुए हैं और अब सरकार ई टेंडरिंग प्रणाली के जरिए विकास कार्य रोकना चाहती है. जिसे सरंपच किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे.
पढ़ें: हरियाणा में जारी रहेगी ई टेंडरिंग, पंचायत मंत्री की अपील- विरोध छोड़कर इस प्रणाली को अपनाएं सरपंच
उन्होंने कहा कि अपनी मांग को लेकर सभी सरपंच एकजुट हैं और जब तक सरकार मांग नहीं मान लेती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. एसोसिएशन ने सरकार को एक सप्ताह का समय दिया है. अगर इस दौरान सरकार ने उनकी मांग नहीं मानती है, तो फिर बैठक कर आगामी आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी. सरपंचों ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे पंचकूला भी कूच करेंगे.
पढ़ें: हरियाणा में सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए स्टेट लेन ड्राइविंग की SOP होगी तैयार:मुख्य सचिव
क्या सरपंचों में पड़ रही फूट? इस रैली को समर्थन देने के लिए आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद भी पहुंचे. उधर, जसिया गांव की पंचायत व ग्रामीणों ने इस रैली से किनारा कर लिया था. जसिया के सरपंच ओमप्रकाश हुड्डा ने एक दिन पहले ही यह ऐलान कर दिया गया था कि वे इस रैली शिरकत नहीं करेंगे. रैली के आयोजन को लेकर सरपंच एसोसिएशन ने उनसे कोई चर्चा नहीं की थी. हुड्डा का कहना है कि सिर्फ एक गुट विशेष की ओर से जसिया गांव को बदनाम करने के लिए साजिश रची जा रही है. यह उस गुट विशेष का ही फैसला था कि जसिया के छोटूराम धाम में रैली की गई.