रोहतक: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की रिपोर्ट जारी होने के बाद कोविड-19 का इलाज कर रहे डॉक्टरों की चिंताएं बढ़ने लगी हैं. अब कम्युनिटी ट्रांसमिशन यानी समुदाय में वायरस फैलने की रिपोर्ट ने डॉक्टरों की नींद उड़ा दी है. बढ़ती चिंता के चलते कोविड-19 का इलाज कर डॉक्टरों ने लोगों से हाथ जोड़ कर अपील की है की लोग सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन करें.
डॉक्टरों ने वायरस के फैलते विकराल रूप को देखते हुए तैयारी भी शुरू कर दी है. डॉक्टरों ने कहा है कि अगर कम्युनिटी ट्रांसमिशन होता है तो तीन चीजें ही लोगों को बचा सकती हैं. मुंह पर मास्क, सैनिटाइजर ओर सामाजिक दूरी ही बीमारी से बचने का विकल्प होगा.
कम्युनिटी ट्रांसमिशन को लेकर रोहतक पीजीआई प्रसाशन ने गांव में स्थित पीएचसी, सीएचसी ओर अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है. डॉक्टरों की एक चिंता ये भी है कि कोरोना वायरस के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं. जिसके बाद अंदेशा लगाया जा रहा है कि ये महामारी कम्युनिटी ट्रांसमिशन की ओर बढ़ती जा रही है.
ये भी पढ़ें- रोहतक PGI में शुरू हुआ को-वैक्सीन का ट्रायल, तीन लोगों को दी गई डोज
कोविड-19 वैक्सीन का ट्रायल कर रही टीम के सदस्य डॉ. रमेश वर्मा का कहना है कि अगर वायरस की वजह से मौत का आंकड़ा इसी तरह चलता रहा तो कोई चिंता की बात नहीं, क्योंकि मौत का अकड़ा फिलहाल ज्यादा नहीं है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि अगर कम्युनिटी ट्रांसमिशन होता है तो फिर काबू में आना मुश्किल है.
गौरतलब है कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की रिपोर्ट के अनुसार देश अब कम्युनिटी ट्रांसमिशन की ओर बढ़ रहा है. अब डॉक्टर कम्युनिटी ट्रांसमिशन की चिंता के चलते तैयारियों में लग गए हैं. डॉक्टरों ने चिंता जाहिर की है कि अगर इस महामारी का फैलाव समुदाय में होता है तो फिर इसे काबू करना मुश्किल है.