रोहतकः हरियाणा के रोहतक की बहू मंजुला भालोटिया ने उत्तर प्रदेश उच्चतर न्यायिक सेवा परीक्षा में प्रथम स्थान (Manjula Bhalotia first position in UPHJSE) हासिल किया है. इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने इस परीक्षा का परिणाम हाल ही में घोषित किया है. मंजुला ने इस परीक्षा को पास करने के लिये कड़ी मेहनत की है. उनके पति ने उसका सपना पूरा करने के लिये अपनी नौकरी तक छोड़ दी थी.
मंजुला कई साल से उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा परीक्षा (UP Higher Judicial Services Examination) की तैयारी कर रही थी. वर्ष 2020 में मंजुला ने परीक्षा पास की. इस साल अगस्त में उसका इंटरव्यू दिया. हाल ही में परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ है. जिसमें मंजुला ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है. मंजुला ने बताया कि यह मुकाम हासिल करने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ी है. इसमें उसके पति सुमित ने पूरा साथ दिया. माता पिता का भी पूरा सहयोग रहा.
मंजुला भालोटिया (Manjula Bhalotia Rohtak) वर्तमान में जींद में अतिरिक्त जिला न्यायवादी के पद पर कार्यरत थीं. मंजुला ने वर्ष 2003 में राजस्थान के सॉफिया कॉलेज अजमेर से इकोनॉमिक्स ऑनर्स से स्तानक किया. फिर वह पढाई के लिए लंदन चली गई और लीड्स बिजनेस स्कूल से एमबीए किया. एमबीए करने के बाद मंजुला ने 2 साल तक बार्कलेज बैंक में भी काम किया. वर्ष 2009 में उनकी मुलाकात रोहतक के सुमित अहलावत से हुई और दोनों ने शादी कर ली.
फिर मंजुला ने राजस्थान से एलएलबी की पढाई की और भगत सिंह फूल सिंह विश्वविद्यालय खानपुर सोनीपत से एलएलएम की. उसने अपने पति से न्यायिक सेवा में काम करने की इच्छा जताई. उनकी इस इच्छा को पूरा करने में उसके पति व ससुरालवालों ने पूरा सहयोग दिया. पत्नी के सपने को पूरा करने के लिए सुमित ने बैंक की नौकरी छोड़ दी और घर पर रहकर बच्चों की देखभाल की.
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उन्होंने बताया कि मन में यह ठान रखा था कि मंजिल मिलने से पहले बिल्कुल भी रुकना नहीं है. पति सुमित का कहना है कि मंजुला पढ़ने में शुरुआत से ही काफी होशियार थी. उन्हें पूरा यकीन था कि मंजुला अपना मुकाम अवश्य हासिल करेगी. इसलिए उन्होंने पूरा सहयोग किया. भालोटिया मूलरूप से राजस्थान के झुंझनू की रहने वाली हैं. लेकिन शादी के बाद से ही वो रोहतक स्थित ससुराल में रह रही हैं. वे रोहतक बार एसोसिएशन की सदस्य हैं.