रोहतक: PWD B&R के कर्मचारी ने पर्यटन केंद्र में आत्महत्या कर ली. शख्स के पास से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है. जिसमें उसने तीन लोगों को मौत का जिम्मेदार ठहराया है. रोहतक सिविल लाइन पुलिस स्टेशन में मृतक के बेटे की शिकायत पर तीन लोगों के खिलाफ खुदकुशी के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया है. बताया जा रहा है कि रोहतक के नांदल गांव का सतीश कुमार पीडब्ल्यूडी बी एंड आर डिपार्टमेंट में महम डिवीजन में नौकरी करता था.
वो पिछले कई दिन से घर नहीं आ रहा था. सोमवार को उसने अपने भतीजे संदीप के मोबाइल फोन नंबर पर कॉल कर सूचना दी कि उसने मैना पर्यटन केंद्र में कमरा नंबर आठ ले रखा है. उस कमरे में वो खुदकुशी करने जा रहा है. संदीप ने ये जानकारी सतीश के छोटे बेटे सचिन को दी. इस दौरान संदीप ने रोहतक में रहने वाले अपने दोस्त दीपक को इस बारे में सूचित किया. दीपक मैना पर्यटन केंद्र पहुंचा और सतीश को पावर हाउस चौक के नजदीक मेड स्टार अस्पताल में दाखिल करा दिया.
बाद में संदीप और सचिन अस्पताल पहुंचे तो 2 मिनट बाद ही सतीश कुमार ने दम तोड़ दिया. इसके बाद सतीश के पुत्र सचिन ने मैना पर्यटन केंद्र के कमरा नंबर 8 की तलाशी ली, तो वहां एक सुसाइड नोट और जहर की खाली डिब्बी मिली. सुसाइड नोट में सतीश कुमार ने अपनी मौत के लिए किशनपुरा महम निवासी सोमबीर, नांदल गांव निवासी अमित और घिलौड़ गांव निवासी नवदीप को जिम्मेदार ठहराया है.
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सुसाइड नोट में कहा गया है कि इन लोगों के परेशान कर रखा था और पैसे वापस नहीं दे रहे थे. इस वजह से वो जहर खाकर खुदकुशी करने को मजबूर है. सतीश ने ये भी कहा कि इन लोगों ने उसे समाज में जीने लायक नहीं छोड़ा. सचिन ने इस बारे में पुलिस को सूचित किया. जिसके बाद पुलिस और एसएफएल टीम जांच लिए मौके पर पहुंची और अहम सबूत जुटाए. पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है.