रोहतक: रवी की फसल पककर तैयार हो गई है. फसल की कटाई का समय आ गया है, लेकिन पंजाब में लगे कर्फ्यू की वजह से कंबाइन मशीन नहीं आ पा रही हैं. जिसकी वजह से किसानों को दिनरात चिता सता रही है कि उनकी 6 महीने की मेहनत का क्या होगा. फसल की कटाई कैसे होगी और किस तरह से फसल को मंडियों में पहुंचाया जाएगा.
किसानों की बढ़ी चिंता
इन तमाम चिंताओं ने किसानों की नींद उड़ा दी है. किसानों ने सरकार से मांग की है कि सरकार कोई ना कोई रास्ता निकाले. किसानों का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों का पलायन उनके लिए मुसीबत बन गया है. रवि की फसल की कटाई का सीजन है और इस समय किसानों को खेतों में मजदूरों की सख्त जरूरत है.
जब मजदूर पलायन कर रहे थे तो उन्होंने उनको रोकने की काफी कोशिश की. रहने के लिए जगह दी. खाने के लिए अनाज और दूसरी वस्तुएं दी. लेकिन मजदूर नहीं रुके. अब आलम ये है कि किसानों के खेतों में फसल पक चुकी है जिसकी कटाई किसानों को ही करने पड़ेगी. बिना मजदूर के ना कटाई संभव है और ना ही फसल को मंडी पहुंचाना.
ये भी पढ़ें:- हरियाणा पुलिस ने तबलीगी जमात से जुड़े 1300 लोगों को किया ट्रेस
अगर फसल समय से नहीं कटी तो पूरी फसल टूट कर जमीन पर गिर जाएगी. इससे किसानों को काफी नुकसान होगा. पहले ही किसान की कमर ओलावृष्टि और आंधी से टूटी हुई है. अब ये लॉकडाउन में मजदूरों का पलायन किसान जाए तो कहां जाए. अब तो सरकार ही सहारा है.