रोहतक: देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है. अब हालात ये है कि कोरोना संक्रमितों का हर रोज का आंकड़ा 50 हजार से ऊपर जा चुका है, हालांकि प्रशासन और सरकार की तरफ से लोगों से बार-बार मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की अपील की जा रही है.
लेकिन लोग किसी भी कीमत पर मानने को तैयार नहीं है और कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाने में लगे हैं. रोहतक के मुख्य बाजार किला रोड के हालात ऐसें हैं कि ज्यादातर लोग बिना मास्क के ही घूमते हुए दिखाई दे रहे हैं.
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जब इन लोगों से पूछा गया कि उन्होंने मास्क क्यों नहीं पहना तो कई लोगों का जवाब चौंकाने वाला था. लोगों का कहना था कि कोरोना वायरस नाम की कोई बीमारी है ही नहीं, अगर ये बीमारी होती तो पश्चिम बंगाल, असम और केरल के चुनावी रैलियों में कोरोना क्यों नहीं बढ़ रहा है.
लोगों का कहना था कि किसान आंदोलन में बॉर्डर पर बैठे लोगों को कोरोना क्यों नहीं हो रहा है, इसलिए उन्होंने सरकार पर ही आरोप लगा दिया कि सरकार कोरोना के नाम पर लोगों को डरा रही है.
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वहीं दुकानदारों का कहना है कि वो सिर्फ उस समय मास्क उतारते हैं जब दुकान में कोई ग्राहक ना हो, अन्यथा ज्यादातर वो मास्क लगाकर ही रखते हैं और दुकान को भी हर रोज सेनेटाइज किया जाता है. साथ ही उनका कहना है कि ग्राहकों को भी कहते हैं कि वो मास्क लगाकर रखें.