रोहतक: हरियाणा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने शुक्रवार को भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गृह जिले रोहतक में रैली की. प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता इस समय चुनावी कार्यक्रम तो कर रहे हैं लेकिन सभी एक साथ मंच पर नहीं नहीं आते. रोहतक में भी कुमारी सैलजा के कार्यक्रम में भूपेंद्र हुड्डा शामिल नहीं हुए. हुड्डा से अलग इस समय कुमारी सैलजा, किरण चौधरी और रणदीप सुरजेवाला अपनी रैली कर रहे हैं.
कुमारी सैलजा सीएम पद की दावेदारी पर खुलेआम बोल रही हैं. रोहतक के आईटीआई स्थित मदन लाल धींगरा कम्युनिटी सेंटर में शक्ति प्रदर्शन करने पहुंची सैलजा साफ कहा कि सीएम पद का उम्मीदवार आलाकमान तय करेगा. नारे लगाने की बात को हलांकि उन्होंने कार्यकर्ताओं की इच्छा बताकर टाल दिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता के मुद्दे पर लड़ रही है. सीएम की दावेदारी इतनी बड़ी नहीं है. आपको बता दें कि 24 जून को चंडीगढ़ में कांग्रेस प्रभरी दीपक बाबरिया के साथ हुई मीटिंग में भी कुमारी सैलजा के समर्थकों ने भावी सीएम के नारे लगाये थे. इस सवाल पर सैलजा ने कहा था कि सभी भावी सीएम हैं. इस बैठक में हुड्डा और सैलजा समर्थकों के बीच नोंकझोंक भी हुई थी.
ये भी पढ़ें- हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सीएम फेस पर दीपक बाबरिया का बड़ा बयान, पार्टी में गुटबाजी से किया इनकार
भूपेंद्र हुड्डा लगातार 10 साल हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. हरियाणा में उनके साथ विधायकों की संख्या भी सबसे ज्यादा मानी जाती है. हुड्डा को अभी सीएम पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. लेकिन इस समय कुमारी सैलजा के समर्थक अब खुलेआम उनको सीएम बनाने के नारे लगा रहे हैं. वहीं सुरजेवाला और किरण चौधरी भी उनके साथ कार्यक्रम में शामिल होते हैं. राजनीति के जानकार इसे भूपेंद्र हुड्डा की सीएम दावेदारी की चुनौती मान रहे हैं. विश्लेषकों का मानना है कि हुड्डा गुट से कई नेता नाराज हैं इसलिए उनके दावे को चुनौती देना स्वाभाविक है.
रोहतक में हुए कुमारी सैलजा के इस कार्यक्रम में पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा और सुभाष बत्रा भी शामिल हुए. इस दौरान कुमारी सैलजा ने मणिपुर की घटना को लेकर बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि ये घटना शर्मनाक है. भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस विषय पर कुछ भी नहीं बोल रहे हैं. सैलजा ने मणिपुर की बीजेपी सरकार को बर्खास्त करने की मांग की.
ये भी पढ़ें- बीजेपी को हराने के लिए हरियाणा कांग्रेस की बैठक में पास हुए 5 प्रस्ताव, जिला संगठन बनाने पर हुआ ये फैसला