रोहतक: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने तीसरे मोर्चे के गठन की संभावना से इनकार कर दिया है. उन्होंने कहा है कि तीसरा मोर्चा कुछ नहीं है. बीजेपी के खिलाफ एक ही मोर्चा बनेगा. हुड्डा रविवार शाम को रोहतक में अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उनकी यह प्रतिक्रिया इनेलो की फतेहाबाद में रैली के आयोजन के संदर्भ में आई. इस रैली में विपक्ष के कई बड़े नेता पहुंचे थे. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री ने बेमौसम बारिश की वजह से प्रदेश भर में किसानों की फसलों को हुए नुकसान का उचित मुआवजा दिए जाने की मांग प्रदेश सरकार से की है.
रोहतक में जलभराव (Waterlogging in Rohtak) को लेकर उन्होंने कहा कि शहर में जलभराव की समस्या (water logging problem) के लिए उन्होंने सीवरेज और डेन की सफाई न होना बताया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की अमृत योजना का पैसा सही ढंग से नहीं लगा, जिसकी वजह से यह हाल हुआ है. इसी के साथ भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश भर में चल रही आढ़तियों के हड़ताल के संदर्भ में कहा कि सरकार को बातचीत के जरिए समाधान निकालना चाहिए जिससे किसानों का कोई नुकसान न हो.
उन्होंने प्रदेश सरकार को हर मोर्चे पर विफल भी बताया. उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार के कार्यकाल में किसी भी वर्ग को राहत नहीं है. आज हरियाणा बेरोजगारी और अपराध के मामले में देश भर में नंबर वन स्थान पर है. कांग्रेस के समय यह राज्य हर मामले में अव्वल था. मौजूदा सरकार की नीतियों की वजह से ही यह हालात पैदा हुए हैं.
बता दें कि देश के पूर्व उप प्रधान देवीलाल की 109वीं जयंती पर रविवार को फतेहाबाद में सम्मान दिवस रैली का आयोजन किया गया. साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष लामबंद होना शुरू हो गया है. हरियाणा के फतेहाबाद में इसकी एक झलक तब देखने को मिली जब इंडियन नेशनल लोकदल की महारैली में कई पार्टियों के दिग्गज जुटे. ओम प्रकाश चौटाला के न्यौते पर रैली में भाग लेने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, शिवसेना के अरविंद सावंत, शिरोमणि अकाली दल के सुखबीर बादल और कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सीताराम येचुरी पहुंचे थे.
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