रोहतकः महम विधानसभा क्षेत्र से अंतर्गत आने वाले मदीना गांव में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग रोहतक द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन पखवाड़ा जागरूक अभियान कैंम्प लगाया गया. इस दौरान किसानों को सरकारी स्कीमों के प्रति जागरुक किया गया. किसानों को सरकारी योजनाओं का उपलब्ध दिलाने के लिए इस जागरुक कार्यकर्ता का आयोजन किया गया.
दिल्ली का उदाहरण
रोहतक से जिला उपायुक्त आर.एस वर्मा ने जागरूकता अभियान कार्यक्रम में भाग लिया. आर.एस वर्मा ने किसानों को सम्बोधित करते हुए पराली न जलाने का आग्रह किया. वहीं किसानों को जागरूक करते हुए जिला उपायुक्त ने कहा कि पराली जलाने से पर्यावरण फैलता है. हरियाणा के साथ लगती हमारी राजधानी दिल्ली का उदाहरण लेते हुए उपायुक्त ने कहा कि दिल्ली में आज लोगों का सांस लेना दूबर हो जाता है. उन्होंने कहा कि पर्यावरण से हमारी आक्सीजन और पेड़ पौधे कम होते जा रहे हैं, जिससे लोगों को सांस की बीमारियां फैल रही है. जिसको सुधारने के लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाएं भी चलाई जा रही है.
ये भी पढ़ेंः अदालतों को अपग्रेड करने की मुहिम रंग लाई, ओवरऑल मामले में चंडीगढ़ के बाद दिल्ली की अदालतें
पराली जलाने पर जुर्माना
वहीं सरकारी योजनाओं का लाभ बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा किसानों के लिए उपलब्ध सब्सिडी पर मशीने मिल रही हैं. उन्होंने कहा कि किसानों को 80 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है और किसान भाई उन स्कीमों का फायदा उठाए. पराली जलाने को लेकर जिला उपायुक्त ने कहा कि किसानों ने अगर कानून की अवेहलना की तो उनके खिलाफ एफआईआर की जाएगी और एक एकड़ पर 15सौ और 2 एकड़ पर 3हजार जुर्माना किया जाएगा.
'मिलेगा खराब फसलों का मुआवजा'
इसके अलावा बर्बाद और खरबा फसलों के मुआवजे को लेकर उपायुक्त ने कहा कि हर एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट और एडियो के समक्ष कंट्रोल रूम बनाये जाएंगे और जिन किसानों के 2018 की खराब फसलों का मुआवजा है वो जल्द किसानों को दिया जाएगा.
ये भी पढ़ेंः CM के गोद लिए गांव में चार मनरेगा मजदूरों की मौत, स्वास्थ्य विभाग ने नहीं ली सुध