रोहतक: जिले में बे मौसमी बारिश और ओलावृष्टि ने किसान की कमर तोड़कर रख दी. किसानों की अधिकतर फसल बर्बाद हो गई है. वहीं अधिकारी भी किसानों के इस नुकसान पर आंख मिचौली का खेल खेल रहे हैं. जिससे नाराज किसानों का गुस्सा फूट पड़ा.
ओलावृष्टि से बर्बाद किसान की फसल
सरकार किसानों की फसल बर्बाद होने पर मुआवजे की बात कर रही है. वहीं ओलावृष्टि से हुए नुकसान पर प्रशासन ने सही से आंकलन नहीं किया. जिससे नाराज किसानों ने प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. किसानों का कहना है कि बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का मुआयना अधिकारी खुद करें और किसानों का मुआवजा सुनिश्चित करें..
कम आंका गया मुआवजा
किसान नेता प्रीत सिंह का कहना है कि अक्टूबर में हुई ओलावृष्टि से बड़ा नुकसान हुआ था. किसानों की फसल खेत में पड़ी है. रोहतक डीसी खुद खेतों का मुआयना करें और किसानों को मुआवजा दें, ताकि किसान बर्बाद होने से बच सकें. प्रशासन की ओर से किसानों का नुकसान 25 प्रतिशत से कम आंका गया है. जिससे नाराज किसानों ने ये प्रदर्शन किया है.
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बारिश से बर्बाद किसान की फसल
गौरतलब है कि 18 अक्टूबर को बे मौसमी बारिश और ओलावृष्टि के कारण धान की फसल में काफी नुकसान हो गया था और खेत में पानी भरने से गेहूं की बुबाई तक नहीं हो पाई थी. जिसको लेकर भारतीय किसान सभा के बेनर तले किसानों ने प्रदर्शन किया.