रोहतक: कृषि कानूनों के विरोध में अपनी 21 एकड़ गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चलाने जा रहे किसानों को किसान नेता अनिल नांदल ने रोक लिया. किसान नेता किसानों के ट्रैक्टर के सामने लेट गए और ट्रैक्टरों को आगे नहीं बढ़ने दिया. हालांकि किसानों ने उन्हें हटाने के लाख प्रयास किए पर अनिंद नांदल नहीं माने.
दरअसल, भारतीय किसान यूनियन (अंबावता) के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल किसानों द्वारा फसल बर्बाद करने के खिलाफ हैं. सोमवार को रोहतक के बोहर गांव में किसान नेता को भनक लग गई कि कुछ किसान अपनी 21 एकड़ गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चला उसे बर्बाद करना चाहते हैं.
ये भी पढ़ें- अपील बेअसर! जींद में महिला किसान ने तीन एकड़ फसल नष्ट की
बस फिर क्या था अनिल नांदल मौके पर पहुंच गए और किसानों के ट्रैक्टर के सामने लेट गए. किसान फसल को बर्बाद करने की जिद पर अड़े रहे तो किसान नेता उन्हें रोकते रहे. आखिर में किसान वापस लौट गए. किसानों ने कहा कि वो अपनी 21 एकड़ गेहूं की फसल को विरोध स्वरूप बर्बाद करने आए थे, लेकिन अनिल नांदल ने रोक लिया.
किसान नेता अनिल नांदल ने कहा कि किसानों का फसलों को बर्बाद करने का तरीका गलत है. उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि किसान अपनी फसल को बर्बाद करने की बजाए उन्हें गरीबों में बाट दे, ताकि सबका पेट भर सके. उन्होंने कहा कि फसल को बर्बाद करने का फैसला बिल्कुल गलत है, ऐसा ना करें.
ये भी पढ़ें- झज्जर में किसान ने 3 एकड़ फसल पर चलाया ट्रैक्टर