रोहतक: कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा (Deepender Hooda) ने गुरुवार को यूपी के जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Jewar International Airport) के शिलान्यास पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि अगर आज कांग्रेस सरकार होती यह शिलान्यास जेवर में नहीं बल्कि रोहतक के महम में हो रहा होता. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि काफी प्रयासों के बाद महम में मंजूर कराया गया एयरपोर्ट जेवर में चला गया और प्रदेश की मौजूदा सरकार ने कोई विरोध तक नहीं किया.
राज्यसभा सांसद ने कहा कि अगर मौजूदा हरियाणा सरकार प्रदेश के भविष्य के प्रति जरा भी दृष्टि रखती तो आज पीएम महम में होते व हुड्डा सरकार द्वारा प्रस्तावित, UPA द्वारा अनुमोदित महम अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का उद्घाटन कर रहे होते. महम समेत पूरा हरियाणा आज उत्सव मनाता. खैर आज नहीं तो कल यह संकल्प भी पूरा करेंगे. हुड्डा ने कहा कि महम में अगर एयरपोर्ट बनता तो हिसार, रोहतक व भिवानी जिलों के बीच में होता. इससे न केवल लाखों युवाओं को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिलता, बल्कि ये हरियाणा के विकास में मील का पत्थर साबित होता.
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उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने महम से सिर्फ एयरपोर्ट ही नहीं छीना बल्कि हरियाणा के लोगों से रोजगार का मौका भी छीन लिया. वर्ष 2014 से वे लगातार संसद समेत हर फोरम पर आवाज उठाते रहे कि दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के समकक्ष मंजूरशुदा महम इंटरनेशनल एयरपोर्ट को हर हाल में हरियाणा में ही स्थापित किया जाए, लेकिन हरियाणा की वर्तमान भाजपा सरकार ने इसे यूपी भेजे जाने का कोई विरोध नहीं किया.
कांग्रेस राज्यसभा सदस्य ने बताया कि बढ़ते एयर ट्रैफिक को देखते हुए 16 दिसंबर 2009 को हरियाणा की कांग्रेस सरकार ने दूसरे एयरपोर्ट को स्थापित करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को दिया था. जिसे काफी प्रयासों के बाद मंजूर कराया गया था. साइट प्लान में तीन जिलों रोहतक, भिवानी और हिसार की भूमि शामिल थी, लेकिन एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर पॉलिसी-1997 में मौजूदा एयरपोर्ट के दायरे में दूसरे एयरपोर्ट की स्थापना में अड़चन आने के कारण दीपेंद्र ने खुद 29 अप्रैल, 2011 को तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से मिलकर इस अड़चन को दूर कराया था. जिसके बाद 15 अक्टूबर 2011 को प्रस्तावित साइट के लिए रक्षा मंत्रालय ने एयरफोर्स से सम्बंधित डिफेन्स क्लीरन्स प्रदान कर नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सूचित किया गया.
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इसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की एक्सपर्ट टीम ने नवम्बर 2013 में अपनी फिजिबिलिटी रिपोर्ट में महम में प्रस्तावित इंटरनेशनल एयरपोर्ट साइट को हरी झंडी दी. अगस्त 2009 से लेकर जनवरी 2014 तक नागरिक उड्डयन मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से मंजूरी दिलाने के बाद एएआई 2013 प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार यह प्रस्तावित हुआ था कि वर्ष 2018 में जब इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक सैचुरेट होगा तो उसके लिए नया इंटरनेशनल एयरपोर्ट महम में स्थापित किया जाएगा.
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेवर में आज नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (noida international airport) की आधारशिला रखी. इसे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी कहा जा रहा है. इसी के साथ उत्तर प्रदेश 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला पहला राज्य होगा. जेवर एयरपोर्ट का निर्माण 5,845 हेक्टेयर जमीन पर हो रहा है. यहां से एक साथ कम से कम 178 विमान उड़ान भर सकेंगे. हालांकि पहले चरण में इसका निर्माण 1334 हेक्टेयर जमीन पर होगा. निर्माण कार्य चार चरणों में पूरा होगा. जेवर एयरपोर्ट सितंबर 2024 में शुरू होने की उम्मीद है.
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