रोहतक: रोहतक में हरियाणा कांग्रेस राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने आरोप आरोप लगाया है, उन्होंने कहा की प्रदेश को सरकार ने बेरोजगारी का हब बना दिया है. सरकार की गलत नीतियों के चलते हरियाणा का युवा आज देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर झेलने को मजबूर है. हरियाणा की नौकरियां हरियाणवी युवाओं को न मिलकर दूसरे राज्यों के लोगों को दी जा रही हैं.
दीपेंद्र सिंह हुड्डा सोमवार को कलानौर में कई कार्यक्रमों में शिरकत करने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान उन्होने सत जिंदा कल्याणा कॉलेज में वार्षिक समारोह के दौरान कहा कि हरियाणा सरकार जानबूझकर ऐसी नीतियां बनाती है. भर्तियों में ऐसी खामियां छोड़ती है, जिससे भर्ती जाकर कोर्ट में लटक जाए. उन्होंने कहा कि सरकार को भर्ती करनी ही न पड़े. इसका जीता जागता उदाहरण टीजीटी के 7471 पदों पर निकली भर्ती है. भर्ती में बैठने का मौका दिए बगैर सरकार ने 30 हजार एचटैट पास युवाओं के प्रमाण पत्र को रद्दी में बदल दिया. सवा 8 साल में इस सरकार ने जेबीटी की एक भी भर्ती नहीं निकाली. करीब 1 लाख एचटैट पास युवा भर्ती का इंतजार कर रहे हैं.
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कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य ने कहा कि सरकारी नौकरियों में हरियाणा सरकार की ओर से आर्थिक व सामाजिक आधार पर 10 अतिरिक्त अंक दिए जाते थे. लेकिन मौजूदा सरकार ने सोशियो इकोनॉमिक के 5 अंक अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों को भी देने का फैसला किया है. इसी तरह मौजूदा सरकार ने हरियाणा डोमिसाइल की शर्त 15 साल से घटाकर 5 साल कर दी. इसके बाद प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र से हरियाणा का जीके हटा दिया. ताकि हरियाणा के युवा मेरिट में ऊपर ही न आ सकें. दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा का युवा इस सरकार से इस कदर निराश हो चुका है, कि उसे बस अब चुनाव का ही इंतजार है.
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