रोहतक: पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस नेता सुभाष बतरा ने हरियाणा में पंजाबी समुदाय की अनदेखी का मुद्दा उठाया है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस पार्टी में खास तौर पर पंजाबी समुदाय की अनदेखी हो रही है. इस मुद्दे को लेकर जल्द ही रोहतक में सम्मेलन बुलाया जाएगा. कांग्रेस नेता बतरा ने अपने आवास पर शनिवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बात कही.
इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा में पहले कभी भी पंजाबी समुदाय की राजनीतिक तौर पर अनदेखी नहीं हुई थी. लेकिन मौजूदा समय में यह समुदाय उपेक्षा का शिकार है. तत्कालीन मुख्यमंत्री भजनलाल के कार्यकाल में हरियाणा में 11 विधायक पंजाबी समुदाय से मंत्री बने थे. देवीलाल के मुख्यमंत्री रहते हुए भी कभी भी पंजाब समुदाय की अनदेखी नहीं हुई. उन्होंने कहा कि पंजाबी समुदाय ने सबसे ज्यादा त्याग किया है.
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एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी पंजाबी समुदाय की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं. पूर्व मंत्री ने कहा कि जल्द ही प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों से मुलाकात कर पंजाबी समुदाय को राजनीतिक भागीदारी देने की मांग की जाएगी. इसके अलावा सुभाष बतरा ने 2 हजार रुपये के नोट को बंद करने के केंद्र सरकार के निर्णय की निंदा की. उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में केंद्र सरकार नोटबंदी के बाद 2 हजार रुपये का नोट लेकर आई थी.
उस दौरान केंद्र सरकार ने कहा था कि काले धन पर प्रहार करने के लिए ऐसा किया गया है, लेकिन अब एक और फरमान जारी कर 2 हजार रुपये का नोट बंद कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि सरकार इस बात का जवाब दे कि क्या काला धन खत्म हो गया है. इसके साथ ही पूर्व मंत्री ने प्रदेश सरकार को भ्रष्ट बताते हुए कहा कि इस समय हरियाणा में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है.