रोहतक के व्यवसायी से धोखाधड़ी के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. एक्सरे फिल्म बेचने के नाम पर आरोपी ने व्यवसायी से 3 लाख 27 हजार रुपये की धोखाधड़ी की थी. साइबर पुलिस स्टेशन रोहतक की टीम ने आरोपी को राजस्थान के अजमेर से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपी को रोहतक कोर्ट में पेश कर दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है. गौरतलब है कि विशाल नगर निवासी जगबीर ने 22 फरवरी 2023 को साइबर पुलिस स्टेशन रोहतक को शिकायत दी थी कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है.
जगबीर की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले में तफ्तीश शुरू कर दी. पुलिस जांच में सामने आया कि जगबीर अपने बेटे राकेश के साथ आरएमके इंटरप्राइजेज के नाम से विशाल नगर में इलेक्ट्रो मेडिकल इक्विपमेंट में सेल परचेज का काम करता है. जगबीर की फर्म जीईएम पोर्टल पर रजिस्टर्ड है. इस पोर्टल के माध्यम से जगबीर को दिल्ली के राव तुलाराम मेमोरियल अस्पताल से 80 पैकेट एक्स-रे फिल्म का ऑर्डर मिला था. राकेश ने इंडियामार्ट की वेबसाइट पर वाहेगुरु लेबल सांगानेर जयपुर का एक विज्ञापन देखा.
जिसमें एक्स-रे फिल्म बेचने के बारे में जानकारी दी गई थी. विज्ञापन को देखकर राकेश ने दिए गए मोबाइल फोन नंबर पर अपनी फर्म के लिए एक्स-रे के लिए कॉल की. कमल किशोर नाम के युवक से उनकी बात हुई. जिसके बाद जगबीर ने कमल द्वारा दिए गए बैंक अकाउंट में 80 पैकेट एक्स-रे ऑर्डर करने के लिए एडवांस में एक लाख रुपये जमा करा दिए. फिर वाहेगुरु लेबल की ओर से व्हाट्सएप के माध्यम से जगबीर की फर्म के नाम पर एक्स-रे फिल्म का 2 लाख 27 हजार 40 रुपए का बिल भेजा गया. राकेश ने बैंक अकाउंट माध्यम से वाहेगुरु लेबल के अकाउंट में मांगी गई राशि भेज दी.
जिसके बाद आरोपी कमल किशोर ने सारे माल की फोटो राकेश को भेज दी और कहा कि माल सीधा राव तुलाराम अस्पताल दिल्ली भेज दिया जाएगा. काफी दिनों तक एक्सरे फिल्म जब दिल्ली राव तुलाराम अस्पताल नहीं पहुंची तो जगबीर ने कमल किशोर से बात की. इस पर कमल ने कहा कि गलत पते पर माल चला गया. वो दोबारा भेज देगा. इसके बाद उसने अपना मोबाइल नंबर ही बंद कर लिया. साइबर पुलिस स्टेशन के एसएचओ कुलदीप सिंह ने बताया कि जांच टीम ने राजस्थान के अजमेर से आरोपी कमल किशोर को गिरफ्तार कर लिया है. वह मूल रूप से जयपुर के प्रताप नगर का रहने वाला है. आरोपी को कोर्ट में पेश कर फिलहाल रिमांड पर लिया गया है.