ETV Bharat / state

वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर लौटी बॉक्सर स्वीटी बूरा और नीतू घणघस का जोरदार स्वागत

शुक्रवार को रोहतक में महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर लौटी स्वीटी बूरा और नीतू घणघस का जोरदार स्वागत किया गया. इस दौरान दोनों खिलाड़ियों ने अपना अनुभव साझा किया.

saweety boora welcomed in rohtak
रोहतक पहुंचने पर दोनों बॉक्सर का विजय जुलूस निकाला गया.
author img

By

Published : Mar 31, 2023, 5:29 PM IST

वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर लौटी बॉक्सर स्वीटी बूरा और नीतू घणघस का जोरदार स्वागत

रोहतक: महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर लौटी स्वीटी बूरा और नीतू घणघस को राष्ट्रीय मुक्केबाजी अकादमी रोहतक में सम्मानित किया गया. नीतू घणघस ने 48 किलोग्राम भारवर्ग और स्वीटी बूरा ने 81 किलोग्राम भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीता है. दोनों ही मुक्केबाज राष्ट्रीय मुक्केबाजी अकादमी रोहतक में प्रशिक्षण ले रही हैं. आज रोहतक लौटने पर दोनों का जोरदार स्वागत किया गया साथ में दोनों को अकादमी में सम्मानित भी किया गया. शुक्रवार को रोहतक में बॉक्सर नीतू घणघस और स्वीटी बूरा का विजयी जुलूस निकाला गया.

इस मौके पर मुक्केबाज नीतू घणघस ने कहा कि उन्हें गोल्ड मेडल जीतने पर काफी खुशी हो रही है. पिछली बार वो कमियों की वजह से चूक गई थी, लेकिन इस बार उन्होंने कमियों को पूरा करते हुए गोल्ड मेडल जीतने का सपना पूरा किया. नीतू ने कहा कि उन्हें इस मुकाम पर पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है. उन्हें परिजनों का पूरा सहयोग मिला. इसके अलावा उनके कोच का भी उनको काफी सहयोग मिला. जिसकी वजह से वो ये मुकाम हासिल कर पाई. नीतू के पिता जयभगवान ने बताया कि नीतू ने साल 2012 में कोच जगदीश के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लेना शुरू किया था.

saweety boora welcomed in rohtak
रोहतक पहुंचने पर दोनों बॉक्सर का विजय जुलूस निकाला गया.

इसके बाद वो निरंतर मेहनत करती रही और आज इस मुकाम पर पहुंची है. उन्होंने उम्मीद जताई कि वो आगामी ओलंपिक में स्वर्ण पदक हासिल करेगी. वहीं मूल रूप से हिसार की रहने वाली बॉक्सर स्वीटी बूरा फिलहाल रोहतक में ही रह रही हैं. साल 2009 में उन्होंने मुक्केबाजी शुरूआत की थी. उन्होंने साल 2014 में विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल किया था. जबकि पिछले दिनों जॉर्डन में हुई एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था. भोपाल में राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भी उन्होंने खिताब अपने नाम किया था. स्वीटी का कहना है कि यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत अधिक मेहनत की है.

उन्होंने उम्मीद जताई कि आगामी चैंपियनशिप में भी वो बेहतर प्रदर्शन करेंगी. स्वीटी के पति दीपक हुड्डा भारतीय कबड्डी टीम के खिलाड़ी हैं. इस अवसर पर मौजूद राष्ट्रीय मुक्केबाजी अकादमी स्थित राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र के मुख्य कोच भास्कर भट्ट ने खुशी जताई और कहा कि उनके केंद्र की 2 महिला मुक्केबाजों ने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल कर देश का नाम रोशन किया है. इससे बाकी खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी. बता दें कि दिल्ली में विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप का आयोजन हुआ था.

saweety boora welcomed in rohtak
बॉक्सर नीतू घणघस और स्वीटी बूरा को सम्मानित किया गया.

ये भी पढ़ें- सीएम ने बॉक्सर नीतू घणघस और स्वीटी बूरा को दिया ग्रुप बी की नौकरी का ऑफर लेटर और 40 लाख रुपये कैश रिवॉर्ड

जिसमें बॉक्सर नीतू घणघस ने 48 किलोग्राम भार वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए मंगोलिया की मुक्केबाज लुत्साईखान को 5-0 से हरा कर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया. जबकि स्वीटी बूरा ने 81 किलोग्राम के लाइट हेवीवेट वर्ग में चीन की वांग लिना को 4-3 से हराकर गोल्ड मेडल जीता. मूलरूप से भिवानी के धनाना गांव की रहने वाली नीतू घणघस ने साल 2022 में बर्मिंघम में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था. वो साल 2018 में एशियन यूथ चैंपियनशिप और विश्व यूथ चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं. नीतू ने अब विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत कर इतिहास रचा है.

वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर लौटी बॉक्सर स्वीटी बूरा और नीतू घणघस का जोरदार स्वागत

रोहतक: महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर लौटी स्वीटी बूरा और नीतू घणघस को राष्ट्रीय मुक्केबाजी अकादमी रोहतक में सम्मानित किया गया. नीतू घणघस ने 48 किलोग्राम भारवर्ग और स्वीटी बूरा ने 81 किलोग्राम भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीता है. दोनों ही मुक्केबाज राष्ट्रीय मुक्केबाजी अकादमी रोहतक में प्रशिक्षण ले रही हैं. आज रोहतक लौटने पर दोनों का जोरदार स्वागत किया गया साथ में दोनों को अकादमी में सम्मानित भी किया गया. शुक्रवार को रोहतक में बॉक्सर नीतू घणघस और स्वीटी बूरा का विजयी जुलूस निकाला गया.

इस मौके पर मुक्केबाज नीतू घणघस ने कहा कि उन्हें गोल्ड मेडल जीतने पर काफी खुशी हो रही है. पिछली बार वो कमियों की वजह से चूक गई थी, लेकिन इस बार उन्होंने कमियों को पूरा करते हुए गोल्ड मेडल जीतने का सपना पूरा किया. नीतू ने कहा कि उन्हें इस मुकाम पर पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है. उन्हें परिजनों का पूरा सहयोग मिला. इसके अलावा उनके कोच का भी उनको काफी सहयोग मिला. जिसकी वजह से वो ये मुकाम हासिल कर पाई. नीतू के पिता जयभगवान ने बताया कि नीतू ने साल 2012 में कोच जगदीश के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लेना शुरू किया था.

saweety boora welcomed in rohtak
रोहतक पहुंचने पर दोनों बॉक्सर का विजय जुलूस निकाला गया.

इसके बाद वो निरंतर मेहनत करती रही और आज इस मुकाम पर पहुंची है. उन्होंने उम्मीद जताई कि वो आगामी ओलंपिक में स्वर्ण पदक हासिल करेगी. वहीं मूल रूप से हिसार की रहने वाली बॉक्सर स्वीटी बूरा फिलहाल रोहतक में ही रह रही हैं. साल 2009 में उन्होंने मुक्केबाजी शुरूआत की थी. उन्होंने साल 2014 में विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में रजत पदक हासिल किया था. जबकि पिछले दिनों जॉर्डन में हुई एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था. भोपाल में राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भी उन्होंने खिताब अपने नाम किया था. स्वीटी का कहना है कि यहां तक पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत अधिक मेहनत की है.

उन्होंने उम्मीद जताई कि आगामी चैंपियनशिप में भी वो बेहतर प्रदर्शन करेंगी. स्वीटी के पति दीपक हुड्डा भारतीय कबड्डी टीम के खिलाड़ी हैं. इस अवसर पर मौजूद राष्ट्रीय मुक्केबाजी अकादमी स्थित राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र के मुख्य कोच भास्कर भट्ट ने खुशी जताई और कहा कि उनके केंद्र की 2 महिला मुक्केबाजों ने विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल कर देश का नाम रोशन किया है. इससे बाकी खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी. बता दें कि दिल्ली में विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप का आयोजन हुआ था.

saweety boora welcomed in rohtak
बॉक्सर नीतू घणघस और स्वीटी बूरा को सम्मानित किया गया.

ये भी पढ़ें- सीएम ने बॉक्सर नीतू घणघस और स्वीटी बूरा को दिया ग्रुप बी की नौकरी का ऑफर लेटर और 40 लाख रुपये कैश रिवॉर्ड

जिसमें बॉक्सर नीतू घणघस ने 48 किलोग्राम भार वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए मंगोलिया की मुक्केबाज लुत्साईखान को 5-0 से हरा कर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया. जबकि स्वीटी बूरा ने 81 किलोग्राम के लाइट हेवीवेट वर्ग में चीन की वांग लिना को 4-3 से हराकर गोल्ड मेडल जीता. मूलरूप से भिवानी के धनाना गांव की रहने वाली नीतू घणघस ने साल 2022 में बर्मिंघम में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था. वो साल 2018 में एशियन यूथ चैंपियनशिप और विश्व यूथ चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं. नीतू ने अब विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत कर इतिहास रचा है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.