रोहतक: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रोहतक में बांड पॉलिसी का विरोध (Protest Bond Policy In Rohtak) कर रहे एमबीबीएस विद्यार्थियों की मांगों का समर्थन किया है. उन्होंने बांड पॉलिसी को रद्द करने की मांग की. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को तुरंत प्रभाव से यह फैसला वापस लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार ने गरीब व मध्यमवर्गीय परिवारों के बच्चों को मेडिकल शिक्षा से वंचित कर दिया है. खुद सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि शिक्षा को कमाई का धंधा नहीं बनाया जा सकता.
हुड्डा मंगलवार को यहां अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. हरियाणा में 50 हजार टन गेहूं सड़ने का मामले (Case of rotting wheat in Haryana) पर बोलते हुए उन्होंने इसे बड़ा घोटाला करार दिया. उन्होंने कहा कि धान खरीद के बाद अब गेहूं घोटाला सामने आया है. यह घोटालों की सरकार बनकर रह गई है जिसमें कभी शराब, कभी रजिस्ट्री, पेपर लीक, भर्ती समेत रोज नए-नए घोटाले उजागर होते रहते हैं. बड़े-बड़े घोटालों में खानापूर्ति के लिए छोटे कर्मचारियों पर नाममात्र की कार्रवाई की जाती है लेकिन हमेशा बड़े मगरमच्छों को छोड़ दिया जाता है. यहीं वजह है कि बीजेपी-जेजेपी सरकार में घोटालों का सिलसिला जारी रहता है.
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री ने खेलों व खिलाड़ियों के प्रति मौजूदा सरकार की नीति पर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने हरियाणा के खेल कल्चर को बर्बाद करने की मानो कसम खाई है. इस सरकार ने ‘पदक लाओ पद पाओ’ की नीति में फेरबदल करके खिलाडि़यों से डीएसपी जैसे उच्च पद पर नियुक्ति व प्रमोशन का अधिकार छीन लिया. सरकार ने खिलाडि़यों की इनाम राशि में कटौती की भी कोशिश की.
इतना ही नहीं स्कूल स्तर पर खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए शुरू की गई स्पैट खेल प्रतियोगिताओं और खिलाड़ियों की डाइट व भत्ते को बंद कर दिए बीजेपी ने कांग्रेस सरकार में बनाए गए खेल परिसर को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया. न वहां पर कोच नियुक्ति किए, न खेल का सामान उपलब्ध करवाया गया. यहां तक कि उनकी साफ-सफाई तक सरकार ने नहीं करवाई. एक सवाल के जवाब में भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी की बात से इंकार किया. उन्होंने कहा कि छोटी मोटी बात होती रहती हैं. कांग्रेस पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है.