रोहतक: मंगलवार को आशा वर्कर्स यूनियन की राज्य कमेटी ने रोहतक के प्रभात भवन में अहम बैठक की. बैठक की अध्यक्षता यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष सुरेखा ने की. इस बैठक में आशा वर्कर्स ने हड़ताल को 10 अक्टूबर तक बढ़ाने का फैसला किया है. हालांकि प्रदेश सरकार ने आशा वर्कर्स को बातचीत के लिए 29 सितंबर को चंडीगढ़ बुलाया है, लेकिन आशा वर्कर्स का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.
आशा वर्कर्स ने कहा कि अगर 29 सितंबर को सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो प्रदेश भर की आशा वर्कर्स 8 अक्टूबर को करनाल में प्रदेश स्तरीय रैली करेगी. बैठक में जानकारी दी गई कि सीएम के मुख्य प्रधान सचिव आरके खुल्लर की अध्यक्षता में हो रही वार्ता का निमंत्रण मिला है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उम्मीद है कि इस बैठक के दौरान सरकार गतिरोध को दूर कर मांगों का निपटारा करेगी. आशा वर्कर्स वेतन बढ़ोतरी की मांग कर रही हैं.
आशा वर्कर्स यूनियन राज्य कमेटी की प्रदेश अध्यक्ष सुरेखा ने कहा कि आशा वर्कर्स से फिलहाल नियमित कर्मचारी की तरह काम कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार आंदोलन को लंबा खींचना चाहती है, तो वे भी इसके लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि साल 2018 के बाद से महंगाई 2 गुणा बढ़ गई है. आशा वर्कर के काम तीन गुणा बढ़ा दिए गए हैं. इसलिए सरकार को गुजारा लायक वेतन तय करना चाहिए.
आशा वर्कर्स यूनियन की राज्य कमेटी की प्रदेश महासचिव सुनीता ने कहा कि ऑफलाइन काम का जो पैसा मिलता है, सरकार उसी से ऑनलाइन भी काम करवाना चाहती है. ये डबल काम है. इन कामों के लिए आशा वर्कर्स को एक नए पैसे का भी भुगतान नहीं हो रहा है. पिछले 5 वर्ष में आशा वर्कर्स की एक नए पैसे की बढ़ोतरी नहीं की गई है, बल्कि प्रोत्साहन राशियों में कटौती की गई है.