रोहतक: आंगनवाड़ी वर्कर एंड हेल्पर यूनियन की हड़ताल 53वें दिन भी जारी रही. आंगनवाड़ी और हेल्पर्स (Aanganwadi workers Protest in Rohtak) ने शनिवार को प्रदेश की गठबंधन सरकार का विरोध करते हुए काले कपड़े पहनकर ब्लैक डे मनाया. सरकार से अपनी मांगों को लेकर मानसरोवर पार्क में विरोध मार्च निकाला. वहीं एक दिन पहले हेल्पर्स यूनियन ने जिले में सरकार के खिलाफ थाली बजाकर विरोध दर्ज कराया गया था.
प्रदेश भर की आंगनवाडी वर्कर्स और हेल्पर्स 8 दिसंबर से लगातार अपनी मांगों के समर्थन में रोजाना विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. इस कड़ी में शनिवार को आंगनवाड़ी और हेल्पर्स ने मानसरोवर पार्क में एकजुट होकर अंबेडकर चौक तक प्रदेश की गठबंधन सरकार का विरोध करते हुए काले कपड़े पहनकर ब्लैक डे मनाया. विरोध प्रदर्शन को देखते हुए रोहतक पुलिस भी अलर्ट रही. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए. साथ ही जब तक कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक वर्करों को न्यूनतम वेतन 24 हजार व हेल्परों को 16 हजार रुपये दिए जाएं.
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इसके अलावा वर्ष 2018 में मानी गई मांगों को लागू किया जाए. महंगाई भत्ते की किश्तें जारी की जाएं. वर्करों व हेल्परों पर ऑनलाइन कार्य का दबाव न बनाया जाए. हालांकि विरोध को देखते हुए सरकार ने आंगनवाड़ी और हेल्पर्स को वार्ता के लिए आमंत्रित भी किया था. मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ वार्ता हुई लेकिन वार्ता में कुछ हल नहीं निकला पाया. ऐसे में इन आंगनवाड़ी वर्कर्स व हेल्पर्स ने मांगें माने जाने तक आंदोलन का ऐलान कर रखा है. आंगनवाड़ी यूनियन की नेता ने कहा कि गठबंधन सरकार उनकी मांगों के प्रति गंभीर नहीं है इसलिए उनकी मांगों की अनदेखी की जा रही है.
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