रोहतक: रोहतक पीजीआई प्रसाशन की मुश्किलें बढ़ गई हैं. तमाम दावों के बीच प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान पीजीआईएमएस, जिसे स्टेट कोविड अस्पताल भी बनाया गया है. वहीं पर कोरोना वैक्सीन को लगाने से स्वास्थ्यकर्मी डर रहे हैं.
दरअसल, यहां वैक्सीन लगाने के लिए नौ हजार से ज्यादा कर्मचारियों को सूचीबद्ध किया गया है. हर रोज 300 कर्मियों को टीका लगाए जाने का लक्ष्य है, लेकिन यहां कम स्वास्थ्यकर्मी ही टीका लगा रहे हैं. वैक्सीनेशन के तीसरे दिन सिर्फ 85 स्वास्थ्यकर्मियों ने ही टीका लगवाया.
इस पर संस्थान के अधिकारियों का कहना है कि एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिससे कर्मचारियों मे भ्रम की स्थिति बन गई है. वीडियो में टीका लगाने के बाद बुखार, सिर में दर्द जैसी तकलीफें होने की बात कही जा रही हैं. इसी वजह से भ्रम की स्थिति के कारण लोग टीका लगवाने नहीं आ रहे हैं.
बता दें कि रोहतक पीजीआई में तीन टीकाकरण सेंटर भी बनाए गए हैं. तीनों सेंटरों पर हर रोज 300-300 लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य था. पहले दिन सोमवार को 63 और मंगलवार को सिर्फ 15 लोगों ने ही टिका लगवाया.
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संस्थान के वरिष्ठ अधिकारियों ने खुद टीका लगवाकर कर्मचारियों को जागरुक करने की भी कोशिश की, फिर भी तीन दिनों में सिर्फ 85 लोग ही टीका लगवाने आए. हालांकि अधिकारियों का कहना है कि छुट्टी होने के कारण भी टीकाकरण नहीं हो सका है. उन्हें उम्मीद है कि आगे टीकाकरण अभियान में तेजी आएगी.