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रोहतकः हॉस्टल नहीं मिलने से आई पढ़ाई छोड़ने की नौबत! 2 छात्राओं ने शुरू की भूख हड़ताल

हॉस्टल ना मिलने से परेशान दो छात्राओं ने रोहतक विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. देर शाम भूख हड़ताल पर बैठी छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

धरने पर बैठी छात्राएं
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Published : Aug 8, 2019, 10:58 PM IST

रोहतकः गुरुवार को रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी की दो छात्राओं ने धरना प्रदर्शन किया. भूख हड़ताल पर बैठी इन छात्राओं का आरोप है कि जिनकी सिफारिश है, उन्हें हॉस्टल मिल रहा है, लेकिन जिनको जरूरत है उन्हें हॉस्टल नहीं दिया जा रहा.

हॉस्टल ना मिलने से आई पढ़ाई छोड़ने की नौबत! देखें वीडियो

एलएलएम द्वितीय वर्ष की छात्रा किरण और पत्रकारिता विभाग की छात्रा मोनिका ने कॉलेज के गेट नंबर 1 के बाहर भूख हड़ताल शुरू कर दी है. दरअसल महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने डबल पीजी, डिप्लोमा और इवनिंग कोर्सेज के विद्यार्थियों को हॉस्टल ना देने का फैसला लिया है.

यूनिवर्सिटी के इस फैसले से छात्र संगठनों में भी काफी रोष है और मांग उठने लगी है कि जिस विद्यार्थी को हॉस्टल की जरूरत है उन्हें हॉस्टल मिलना चाहिए. छात्राओं का कहना है कि अगर विश्वविद्यालय अपना फैसला नहीं बदलता तो वे पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो जाएंगे.

रोहतकः गुरुवार को रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी की दो छात्राओं ने धरना प्रदर्शन किया. भूख हड़ताल पर बैठी इन छात्राओं का आरोप है कि जिनकी सिफारिश है, उन्हें हॉस्टल मिल रहा है, लेकिन जिनको जरूरत है उन्हें हॉस्टल नहीं दिया जा रहा.

हॉस्टल ना मिलने से आई पढ़ाई छोड़ने की नौबत! देखें वीडियो

एलएलएम द्वितीय वर्ष की छात्रा किरण और पत्रकारिता विभाग की छात्रा मोनिका ने कॉलेज के गेट नंबर 1 के बाहर भूख हड़ताल शुरू कर दी है. दरअसल महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने डबल पीजी, डिप्लोमा और इवनिंग कोर्सेज के विद्यार्थियों को हॉस्टल ना देने का फैसला लिया है.

यूनिवर्सिटी के इस फैसले से छात्र संगठनों में भी काफी रोष है और मांग उठने लगी है कि जिस विद्यार्थी को हॉस्टल की जरूरत है उन्हें हॉस्टल मिलना चाहिए. छात्राओं का कहना है कि अगर विश्वविद्यालय अपना फैसला नहीं बदलता तो वे पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो जाएंगे.

Intro:हॉस्टल ना मिलने से पढ़ाई छोड़ने की नौबत
2 छात्राओं ने शुरू की भूख हड़ताल

हॉस्टल ना मिलने से परेशान दो छात्राओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और देर शाम को भूख हड़ताल पर बैठ गई। छात्राओं का आरोप है कि जिनकी सिफारिश है, उन्हें हॉस्टल मिल रहा है, लेकिन जिनको जरूरत है उन्हें हॉस्टल नहीं दिया जा रहा। इसलिए उन्हें भूख हड़ताल का सहारा लेना पड़ा। छात्राओं का कहना है कि उनकी क्लास रात 8:00 बजे खत्म होती है, उसके बाद वे कहां जाएं। अगर प्रशासन का यही रवैया रहा तो उन्हें पढ़ाई छोड़ने पर मजबूर होना पड़ेगा।



Body: एलएलएम द्वितीय वर्ष की छात्रा किरण पत्रकारिता विभाग की छात्रा मोनिका ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के गेट नंबर 1 के बाहर भूख हड़ताल शुरू कर दी है। कारण जानकर सभी हैरान है कि इन लड़कियों को हॉस्टल ना मिलने की वजह से यह कदम उठाया है। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने डबल पी जी, डिप्लोमा कोर्सेज व इवनिंग कोर्सेज के विद्यार्थियों को हॉस्टल ना देने का फैसला लिया है। जिसको लेकर विश्वविद्यालय के छात्र संगठनों में भी काफी रोष है और मांग उठने लगी है कि जिस विद्यार्थी को हॉस्टल की जरूरत है उन्हें हॉस्टल मिलना चाहिए।Conclusion: किरण व मोनिका ने बताया कि वे इवनिंग कोर्स में अपनी पढ़ाई कर रही है और उनकी क्लास रात 8:00 बजे खत्म होती है। जिसके बाद घर जाना संभव नहीं है। इसलिए उन्हें हॉस्टल की जरूरत है। लेकिन हॉस्टल नही दिया जा रहा। जब मदवि प्रशासन से इस बारे में बात की जा रही है, तो उनका कहना है कि हॉस्टल के बनाए गए नियमों के अनुरूप उन्हें हॉस्टल नहीं दिया जा सकता। जिस वजह से उन्हें भूख हड़ताल का सहारा लेना पड़ा। अब वे मांग करती कि विभाग उन्हें यह लिख कर दे दे कि पढ़ाई छोड़ दें। वहीं दूसरी ओर इन छात्राओं ने आरोप लगाया कि जिन विद्यार्थियों की सिफारिश है, उन्हें हॉस्टल दिए जा रहे हैं। इसलिए सभी विद्यार्थियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन फैसला लेना चाहिए। अन्यथा वे पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो जाएंगे।

बाईट किरण, एलएलएम छात्रा

बाईट मोनिका, पत्रकारिता विभाग की छात्रा
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