रेवाड़ी: करनावास गांव में दो सगे भाइयों से जमीन दिलाने के नाम पर एक करोड़ दस लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. आरोपियों ने रुपये अकाउंट में आने के बाद वो जमीन किसी और को बेच दी. जब दोनों भाइयों को ठगी का एहसास हुआ तो, उन्होंने आरोपियों से रुपये वापस मांगे, लेकिन ना तो आरोपियों ने दोनों भाइयों को जमीन वापस की और ना ही एक करोड़ दस लाख रुपये. पीड़ित भाइयों ने इसकी शिकायत पुलिस को दी.
पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है. दोनों भाइयों ने रेवाड़ी मॉडल टाउन थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि कंवर सिंह और उसका भाई कृष्ण रेवाड़ी के पीथनवास गांव में रहते हैं. साल 2017 में एमटीएस प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने उनकी जमीन का अधिग्रहण किया था. जिसकी एवेज में सरकार की तरफ से उन्हें करोड़ों रुपये का मुआवजा मिला था. दोनों ने जमीन अधिग्रहण के बाद मिली रकम को प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करने का प्लान बनाया.
इस दौरान उनकी मुलाकात रेवाड़ी निवासी विनय कुमार शर्मा से हुई. विनय ने दोनों भाइयों को करनावास गांव में अपनी जमीन दिलाने का झांसा दिया. ऐसा करके आरोपी ने दोनों भाइयों से एक करोड़ दस लाख रुपये ले लिए. इसके बाद आरोपी ने उस जमीन को किसी और को बेच दिया. जब दोनों भाइयों को इस बात का पता चला तो उन्होंने विनय से संपर्क किया. पहले तो विनय ने दोनों भाइयों को उनकी राशि वापस करने की बात कही, लेकिन बाद में वो फरार हो गया.
आरोपी ने दोनों भाइयों का फोन भी उठाना बंद कर दिया. ना तो आरोपी ने दोनों भाइयों के पैसे लौटाए और ना ही जमीन. इसकी शिकायत दोनों भाइयों ने एसपी को दी. एसपी के आदेश पर मॉडल टाउन थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने आरोपी विनय और उसकी पत्नी के खिलाफ मामला दर्ज किया है, क्योंकि इस साजिश में विनय की पत्नी भी शामिल थी.
दोनों ने मिलकर 24 मार्च 2017 को दोनों भाई कृष्ण कुमार और कंवर सिंह के हक में इकरारनामा भी लिख दिया. आरटीजीएस के जरिए उनसे 1 करोड़ 10 लाख रुपये अपने बैंक खाते में जमा भी करा लिए. आरोपियों ने दोनों भाइयों के बताया कि उन्होंने इकरारनामा वाली जमीन पट्टे पर दी हुई है. जमीन का पट्टा हटवा कर. वो इस जमीन को दोनों भाइयों के नाम रजिस्ट्री करा देंगे. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.