रेवाड़ी: गांव पातुहेड़ा-बनीपुर और हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के पास सुबह अचानक दो जगह जवाहरलाल नेहरु नहर टूट जाने से आसपास के खेतों में पानी घुस गया और लाखों की फसल बर्बाद हो गई. सुबह 6 बजे उक्त दो स्थानों से नहर टूटने की सूचना मिलते ही प्रशासन में हड़कम्प मच गया.
नहर टूटने से कई एकड़ फसल बर्बाद
नहर टूटने के कारण इसका पानी बनीपुर गांव के खेतों में घुस गया और वहां किसानों की कपास व बाजरे की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई. किसान कृष्ण कुमार ने बताया कि ये नहर तीन माह में चार बार टूट चुकी है. नहर टूटने के कारण उसकी कई एकड़ कपास व बाजरे की फसल बर्बाद हो गई है. वहीं खेतों में तीन से चार फीट पानी खड़ा हो गया है. बर्बाद हुई फसल के लिए सभी किसानों ने सरकार से उचित मुआवजा देने की मांग की है.
वहीं नहर टूटने की सूचना मिलते ही प्रशासन द्वारा नहर के पानी को रुकवा दिया गया. पुलिस बल के साथ एसडीएम मनोज कुमार मौके पर पहुंचे, लेकिन मौके से नहर विभाग के अधिकारी व कर्मचारी नदारद मिले. जिसके बाद किसानों ने अपने स्तर पर ही जेसीबी की मदद से नहर के दोनों तरफ मिट्टी डालकर पानी को खेतों में घुसने से रोका.
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एसडीएम ने फोन कर नहर विभाग के जेई सुधीर कुमार व एसडीओ नवीन यादव को मौके पर बुलाया और जमकर फटकार लगाई. वहीं नहर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में लगातार बरसात होने व नहरों में अधिक पानी आने के कारण यह स्थिति पैदा हुई है. उन्होंने कहा कि बरसात होने के कारण क्षेत्र की नहरों में पानी की मात्रा अधिक हो जाने से यह बार-बार टूट जाती है. इसे दो दिनों में ठीक करवाकर नहर को फिर से चालू कर दिया जाएगा.
खैर अधिकारियों ने तो नहर टूटने का ठीकरा बारिश पर फोड़ दिया और दो दिन में फिर से नहर ठीक करवाने की बात करके चले गए, लेकिन उस किसान का क्या जिसकी फसल विभाग की लापरवाही के कारण बार-बार बर्बाद हो जाती है. किसान की आमदनी दोगुनी करने के सपने दिखाने वाली ये सरकार आखिर कब सच में किसानों पर ध्यान देगी.
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