रेवाड़ी: रविवार की पूरी रात रेवाड़ी और उसके आस-पास के जिलों में झमाझम बारिश (Rain In Rewari) हुई. बारिश के बाद से सर्दी भी बढ़ गई है. सोमवार सुबह हल्का कोहरा भी छाया रहा. बारिश और ठंड दोनों ही फसलों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि दक्षिणी हरियाणा में रबी की फसल की बंपर पैदावार होती है. ठंड बढ़ने और बारिश से किसानों को सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ेगी और फसल भी अच्छी होगी.
हरियाणा में 20 दिसंबर के बाद से ही कई जिलों में न्यूनतम तापमान लगातार बढ़ना शुरू हो गया रहा था. मौसम विभाग ने 25 से 28 दिसंबर तक बारिश की संभावना जताई थी. शनिवार 25 दिसंबर से मौसम के करवट बदलते ही हल्के बादल छाने लगे. इसके बाद शाम को हल्की और पूरी रात झमाझम बारिश बारिश हुई. बारिश के कारण कई जगह जलभराव भी हुआ. वहीं ठंड भी बढ़ गई है. न्यूनतम तापमान के साथ अधिकतम तापमान में भी गिरावट हुई है. अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे और न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया है. रविवार की रात रेवाड़ी ही नहीं, बल्कि नारनौल, झज्जर के अलावा गुरुग्राम के कुछ इलाकों में भी अच्छी बारिश हुई है.
हरियाणा मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार (haryana meteorological department) अभी दो दिन मौसम परिवर्तनशील रहेगा. यानि सोमवार और मंगलवार को भी बादल छाये रहने के साथ बरसात की संभवाना है. बीच-बीच में गरज-चमक और हवाओं के साथ कहीं तेज तो कही हल्की बारिश संभावित है. न्यूनतम और अधिकतम तापमान में उतार चढ़ाव बना रहेगा. बारिश के बाद सुबह और शाम कोहरा भी छाया रह सकता है.
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हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (Haryana Agricultural University) के वैज्ञानिकों का कहना है कि बारिश से किसानों को कोई नुकसान नहीं है, क्योंकि इससे गेहूं की फसल में ज्यादा दाने निकलने में मदद मिलेगी. गेहूं के अलावा इस बार 15 हेक्टेयर से ज्यादा भूमि में सरसों की फसल बोई गई है. कृषि विशेषज्ञों की मानें तो क्षेत्र में अच्छी बारिश के कारण सरसों और गेहूं की फसल बेहतरीन दिखाई दे रही है. बढ़ रही सर्दी व ठंड ने गेहूं उत्पादक किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है. जानकारों के अनुसार गेहूं की फसल से ठंड पर असर पड़ता है.
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ठंड के मौसम में गेहूं का फुटाव ज्यादा होता है और गेहूं का पौधा ज्यादा विकसित होता है. इसलिए पैदावार भी ज्यादा होने की संभावना रहती है जबकि सरसों की फसल में भी ठंड से लाभ मिलता है. कृषि विशेषज्ञ का कहना है कि सरसों की फसल को पाले से बचाने के लिए सरसों के खेत में पानी देना चाहिए। इस बार रबी की फसल क्षेत्र में बहुत ही अच्छी दिखाई दे रही है.
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