रेवाड़ी: लॉकडाउन के बावजूद जिले में शराब की तस्करी बढ़ती देख विभाग ने शराब के ठेकों को सील करना शुरू कर दिया है. पुलिस की मौजूदगी में शराब ठेकों के दरवाजों को बाकायदा वेल्डिंग कराया गया है, साथ ही ठेकों में रखे स्टॉक की गिनती भी की गई है. सरकार के अगले आदेश तक शराब ठेकों पर सील लगी रहेगी.
सरकार फिलहाल ठेकों को खोलने के मूड में नहीं है जबकि शराब की तस्करी को रोकने में अभी तक पुलिस और आबकारी विभाग पूरी तरह से नाकाम रहे हैं. बता दें कि लॉक डाउन लागू होने के 3 दिन बाद ही सरकार ने शराब ठेकों को भी बंद रखने का निर्णय ले लिया था. उसके बाद जिले में शराब तस्करी बढ़ गई.
पहले जहां इधर-उधर रखे स्टॉक को बेचा जाने लगा और फिर ठेकेदार ही चोरी छुपे ठेकों से माल निकाल कर महंगे दामों में बेचने लग गए. यहां तक कि माल चोरी होने के मुकदमे भी दर्ज होने शुरू हो गए. इस मामले में पुलिस ने शराब ठेके से चोरी करने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार भी किया था, लेकिन शराब ठेकों में चोरी का राज छुपा रहा.
मोटे मुनाफे के चक्कर में माल चोरी
कोरोनावायरस के बीच हुई शराब बंदी में शराब के कारोबार से जुड़े लोग मोटी कमाई कर रहे हैं. इससे बड़े स्तर पर कुछ कर्मचारी भी शामिल रहे हैं. एल-1 और शराब ठेकों से ही माल को निकालकर सप्लाई के जरिए शराब की होम डिलीवरी शुरू हो गई है. 400 की बोतल आज दिन 1100 रुपये में बिक रही है.
पिछले कुछ दिनों के अंदर शराब ठेकेदारों ने चोरी के मुकदमे भी दर्ज कराए हैं. मामला देखने में भले ही चोरी का है, सूत्रों के अनुसार ठेकेदार ही स्टॉक को चोरी छुपे निकाल रहे हैं, जबकि मामले को दूसरा एंगल दिया जाता है.
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