रेवाड़ी: कृषि कानूनों को लेकर किसानों का रोष जारी है. प्रदेशभर में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के धरने जारी हैं. किसानों का कहना है जबतक सरकार इन कानूनों को वापस नहीं लेगी वो ऐसे ही प्रदर्शन करते रहेंगे. अब किसान कृषि कानूनों पर अपना विरोध जताने के लिए नई रणनीति बना रहे हैं.
हरियाणा के झज्जर में आने वाले दो नवंबर को प्रदेश के किसानों द्वारा विशाल विरोध प्रदर्शन कर कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए आवाज उठाई जाएगी. किसानों द्वारा सरकार को इन तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के बाध्य किया जाएगा. ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यवान का कहना है कि किसानों के विरोध के बाद कानून बनाना औद्योगिक घराने को खुश करना है.
उनका कहना है कि हमें भरोसा है कि आंदोलन के आगे सरकार को झुकना पड़ेगा और कानूनों को वापस लेने के लिए सरकार को मजबूर होना पड़ेगा. सत्यवान ने कहा कि इन कानूनों के विरोध में किसान संघर्ष तालमेल कमेटी ने 26 और 27 नवंबर को दिल्ली चलो का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि इससे पहले दो नवंबर को झज्जर में रोहतक, हिसार और गुरुग्राम के किसान प्रदर्शन करेंगे और पीएम के नाम ज्ञापन सौंपेंगे.
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