ETV Bharat / state

रेवाड़ी के बावल हलके के गांव में बूथ पर व्हीलचेयर नहीं होने से बुजुर्गों को हुई परेशानी - रेवाड़ी में व्हीलचेयर नहीं होने से दिव्यांग परेशान

रेवाड़ी के बावल हल्के गांव में कई बुजुर्गों एंव दिव्यांगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. पोलिंग बूथ पर व्हील चेयर नहीं होने की वजह से बुजुर्गों और दिव्यांगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.

रेवाड़ी में व्हीलचेयर नहीं होने से बुजुर्ग परेशान
author img

By

Published : Oct 22, 2019, 8:10 AM IST

रेवाड़ी: हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतदान की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. अब इंतजार है तो बस परिणाम का. लेकिन रेवाड़ी के बावल हलके के गांव में कई बुजुर्गों एंव दिव्यांगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.

पोलिंग बूथ पर नहीं थी व्हील चेयर

इस परेशानी ने प्रशासन की तैयारी की पोल खोल दी. दरअसल गांव मामड़िया आसमपुर की ग्राम पंचायत के अधीन आने वाले गांव कढू भवानीपुरा में पोलिंग बूथ पर व्हील चेयर नहीं होने की वजह से बुजुर्गों और दिव्यांगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.

दिव्यांग और बुजुर्गों को हुई परेशानी

गौरतलब है कि जो काम चुनाव आयोग को करना चाहिए था. उस काम को बुजुर्गों और दिव्यांगों के परिजन कर रहे थे. बूथ पर व्हील चेयर न होने की वजह से परिजनों द्वारा खुद उठाकर उन्हें पोलिंग बूथ तक ले गए. जब प्रशासन ने व्हील चेयर को उपलब्ध करवाया, तब तक कई दिव्यांग और बुजुर्ग वोट डाल चुके थे.

101 वर्षीय बुजुर्ग महिला को करना पड़ा परेशानी का सामना

आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में इसी गांव के कढू के ग्रामीणों ने शत-प्रतिशत मतदान किया था. अब विधानसभा चुनाव में भी विभाग द्वारा कढू में बूथ नंबर-21 स्थापित किया गया, लेकिन प्रशासन द्वारा हर बूथ पर सुविधा के किये गए दावे कढू गांव में फेल हो गए. बूथ पर व्हील चेयर नहीं पहुंचाई गई, जिसके चलते गांव की सबसे बुजुर्ग महिला 101 वर्षीय रामेश्वरी देवी पत्नी दीनदयाल को उसके परिजन कुर्सी पर बैठाकर मतदान केन्द्र तक लाए और मतदान कराया.

कई देरी के बाद उपलब्ध कराया गया व्हीलचेयर

इसी तरह गांव के अनेक बुजुर्ग लाठी-डंड़ों का सहारा लेकर बूथ तक पहुंचे थे. जब 2 बजे के बाद बूथ पर व्हीलचेयर उपलब्ध कराया गया. लेकिन तब तक गांव के लगभग सभी बुजुर्ग व दिव्यांग वोट डाल चुके थे. लेकिन इन बुजुर्गों एंव दिव्यांगों ने प्रशासन पर निर्भर न होकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया.

ये भी जाने- फतेहाबाद में 'रिकॉर्ड तोड़' मतदान, हरियाणा में सबसे ज्यादा 76.9 % वोटिंग दर्ज

रेवाड़ी: हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतदान की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. अब इंतजार है तो बस परिणाम का. लेकिन रेवाड़ी के बावल हलके के गांव में कई बुजुर्गों एंव दिव्यांगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.

पोलिंग बूथ पर नहीं थी व्हील चेयर

इस परेशानी ने प्रशासन की तैयारी की पोल खोल दी. दरअसल गांव मामड़िया आसमपुर की ग्राम पंचायत के अधीन आने वाले गांव कढू भवानीपुरा में पोलिंग बूथ पर व्हील चेयर नहीं होने की वजह से बुजुर्गों और दिव्यांगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.

दिव्यांग और बुजुर्गों को हुई परेशानी

गौरतलब है कि जो काम चुनाव आयोग को करना चाहिए था. उस काम को बुजुर्गों और दिव्यांगों के परिजन कर रहे थे. बूथ पर व्हील चेयर न होने की वजह से परिजनों द्वारा खुद उठाकर उन्हें पोलिंग बूथ तक ले गए. जब प्रशासन ने व्हील चेयर को उपलब्ध करवाया, तब तक कई दिव्यांग और बुजुर्ग वोट डाल चुके थे.

101 वर्षीय बुजुर्ग महिला को करना पड़ा परेशानी का सामना

आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में इसी गांव के कढू के ग्रामीणों ने शत-प्रतिशत मतदान किया था. अब विधानसभा चुनाव में भी विभाग द्वारा कढू में बूथ नंबर-21 स्थापित किया गया, लेकिन प्रशासन द्वारा हर बूथ पर सुविधा के किये गए दावे कढू गांव में फेल हो गए. बूथ पर व्हील चेयर नहीं पहुंचाई गई, जिसके चलते गांव की सबसे बुजुर्ग महिला 101 वर्षीय रामेश्वरी देवी पत्नी दीनदयाल को उसके परिजन कुर्सी पर बैठाकर मतदान केन्द्र तक लाए और मतदान कराया.

कई देरी के बाद उपलब्ध कराया गया व्हीलचेयर

इसी तरह गांव के अनेक बुजुर्ग लाठी-डंड़ों का सहारा लेकर बूथ तक पहुंचे थे. जब 2 बजे के बाद बूथ पर व्हीलचेयर उपलब्ध कराया गया. लेकिन तब तक गांव के लगभग सभी बुजुर्ग व दिव्यांग वोट डाल चुके थे. लेकिन इन बुजुर्गों एंव दिव्यांगों ने प्रशासन पर निर्भर न होकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया.

ये भी जाने- फतेहाबाद में 'रिकॉर्ड तोड़' मतदान, हरियाणा में सबसे ज्यादा 76.9 % वोटिंग दर्ज

Intro:कढू के पोलिंग बूथ पर व्हीलचेयर नहीं होने से हुई परेशानी
101 वर्षीय दिव्यांग महिला को परिजन उठाकर ईवीएम मशीन तक पहुंचे
रेवाड़ी, 21 अक्तूबर - Body: जिला के गांव बावल हल्के के गांव मामड़िया आसमपुर की ग्राम पंचायत के अधीन आने वाले गांव कढू भवानीपुरा में पोलिंग बूथ पर व्हील चेयर नहीं होने पर बुजुर्गांे व दिव्यांग को परेशानी का सामना करना पड़ा। परिजनों ने उन्हें अपने लेवल पर उठाकर ईवीएम मशीन तक पहुंचाया गया। जब गांव का एक जागरूक युवक ने इसकी मांग की तो दोपहर 2 बजे बाद बूथ पर पोलिंग बूथ पर व्हील चेयर पहुंचाई गई। लेकिन तब तक गांव के सभी बुजुर्ग व दिव्यांग मतदान कर चुके थे।
गौरतलब है कि गांव कढू भवानीपुरा और मामड़िया आसमपुर की ग्राम पंचायत एक है। दोनों गांवों में लगभग 2 किलोमीटर का फासला है। पिछले कई सालों से मामड़िया के बूथ पर पोलिंग होती आई है। दूरी के चलते अनेक ग्रामीण मत से वंचित रह जाते थे। ग्रामीणों की पुरजोर मांग के बाद निर्वाचन विभाग द्वारा कढू गांव में ही पोलिंग बूथ स्थापित किया गया। लोकसभा चुनाव में कढू के ग्रामीणों ने शत्-प्रतिशत् मतदान किया। अब विधानसभा चुनाव में भी विभाग द्वारा कढू में बूथ नंबर-21 स्थापित किया गया। लेकिन प्रशासन द्वारा हर बूथ पर सुविधा के किये गए दावे कढू में फेल हो गए। बूथ पर व्हील चेयर नहीं पहुंचाई गई। जिसके चलते गांव की सबसे बुजुर्ग महिला 101 वर्षीय रामेश्वरी देवी पत्नी दीनदयाल को उसके परिजन कुर्सी पर बिछा कर मतदान केन्द्र तक लाये और मतदान कराया। इसी तरह गांव के अनेक बुजुर्ग लाठी-डंड़ों का सहारा लेकर बूथ तक पहुंचे। गांव के जागरूक युवक देशराज व रामेश्वरी के पुत्र ने व्हील चेयर की मांग उठाई। जिसके चलते 2 बजे बाद बूथ पर व्हीलचेयर उपलब्ध कराई गई। लेकिन तब तक गांव के लगभग सभी बुजुर्ग व दिव्यांग वोट डाल चुके थे।

फोटो कैप्शन
: सोमवार को रेवाड़ी के गांव कढू भवानीपुरा में व्हील चेयर नहीं होने पर गांव की सबसे बुजुर्ग महिला को कुर्सी पर बिठा कर ईवीएम मशीन तक ले जाते हुए परिजन। Conclusion:लेकिन तब तक गांव के लगभग सभी बुजुर्ग व दिव्यांग वोट डाल चुके थे।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.