ETV Bharat / state

रेवाड़ी में साइबर ठगी, CISF जवान बनकर ठगों ने दो महिलाओं से ऐंठे 90 हजार रुपये - cyber thug in rewari

रेवाड़ी में CISF का जवान बनकर दो महिलाओं से ठगी का मामला (cyber fraud in rewari) सामने आया है. साइबर ठग ने पीड़िता को लालच देकर 90 हजार रुपयों में चपत लगा दी. पीड़िता ने इसकी शिकायत तुरंत साइबर थाना पुलिस को दी है.

cyber thug in rewari
रेवाड़ी में साइबर ठगी
author img

By

Published : Dec 31, 2022, 11:14 AM IST

रेवाड़ी: रेवाड़ी में साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. साइबर ठग अलग-अलग तरीके से लोगों को लालच देकर उनको अपना शिकार बना रहे हैं. ताजा मामला रेवाड़ी जिले से है, जहां सीआईएसएफ का जवान बनकर दो महिलाओं से 90 हजार रुपये की ठगी हो गई. वहीं साइबर थाना पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

रेवाड़ी में एक शातिर ठग ने खुद को CISF का जवान बताकर पहले दो महिलाओं को झांसे में लिया और फिर फर्नीचर व अन्य सामान बेचने की बात कहकर 90 हजार रुपये गुगल-पे के जरिए ट्रांसफर करा लिए. सामान नहीं आया तो पीड़िता ने दोबारा कॉल की, लेकिन उसके बाद से ही मोबाइल फोन नंबर स्विच ऑफ हो गया. साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.

मिली जानकारी के अनुसार रेवाड़ी के कोसली कस्बे के शहादतनगर गांव के रहने वाली पीड़िता के मामा के पास कुछ दिन पहले एक अनजान नंबर से कॉल आई और कॉल करने वाले ने खुद का नाम नवीन और CISF का जवान बताया. साथ ही जानकारी दी कि उसका ट्रांसफर दिल्ली से गुवाहटी हो गया है. इसलिए उसे अपने घर का फर्नीचर और बिजली का सामान बेचना है. 90 हजार में सौदा हुआ, सामान नहीं पहुंचा.

यह भी पढ़ें-Rewari Crime News: रेवाड़ी में सूचना पर पहुंची डॉयल 112 की टीम पर हमला


पीड़िता ने जिस नंबर से कॉल आई उसी नंबर पर संपर्क किया और फिर फ्रिज, वाशिंग मशीन, AC, बैड और सोफा का 90 हजार रुपये में सौदा हो गया. इतना ही नहीं शातिर शख्स ने बकायदा सामान की फोटो और वीडियो भी भेजी. इसके बाद पीड़िता को उस पर भरोसा हो गया. शातिर ने कहा कि जैसे ही पैसे ट्रांसफर होंगे तुरंत वह सामान की डिलीवरी करा देगा.


पीड़िता ने अपनी बहन के खाते से 69 हजार और खुद के खाते से 21 हजार रुपये शातिर व्यक्ति के खाते में गुगल-पे के जरिए भेज दिए. आरोपी ने कहा कि शाम तक उनके घर सामान पहुंच जाएगा, लेकिन शाम तक जब सामान नहीं पहुंचा तो आरती ने फिर से उसी नंबर पर कॉल की तो वह स्विच ऑफ मिला. उसके बाद से ही मोबाइल नंबर बंद आ रहा है. पीड़िता ने तुरंत इसकी शिकायत साइबर थाना पुलिस को दी. पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.

रेवाड़ी: रेवाड़ी में साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. साइबर ठग अलग-अलग तरीके से लोगों को लालच देकर उनको अपना शिकार बना रहे हैं. ताजा मामला रेवाड़ी जिले से है, जहां सीआईएसएफ का जवान बनकर दो महिलाओं से 90 हजार रुपये की ठगी हो गई. वहीं साइबर थाना पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

रेवाड़ी में एक शातिर ठग ने खुद को CISF का जवान बताकर पहले दो महिलाओं को झांसे में लिया और फिर फर्नीचर व अन्य सामान बेचने की बात कहकर 90 हजार रुपये गुगल-पे के जरिए ट्रांसफर करा लिए. सामान नहीं आया तो पीड़िता ने दोबारा कॉल की, लेकिन उसके बाद से ही मोबाइल फोन नंबर स्विच ऑफ हो गया. साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.

मिली जानकारी के अनुसार रेवाड़ी के कोसली कस्बे के शहादतनगर गांव के रहने वाली पीड़िता के मामा के पास कुछ दिन पहले एक अनजान नंबर से कॉल आई और कॉल करने वाले ने खुद का नाम नवीन और CISF का जवान बताया. साथ ही जानकारी दी कि उसका ट्रांसफर दिल्ली से गुवाहटी हो गया है. इसलिए उसे अपने घर का फर्नीचर और बिजली का सामान बेचना है. 90 हजार में सौदा हुआ, सामान नहीं पहुंचा.

यह भी पढ़ें-Rewari Crime News: रेवाड़ी में सूचना पर पहुंची डॉयल 112 की टीम पर हमला


पीड़िता ने जिस नंबर से कॉल आई उसी नंबर पर संपर्क किया और फिर फ्रिज, वाशिंग मशीन, AC, बैड और सोफा का 90 हजार रुपये में सौदा हो गया. इतना ही नहीं शातिर शख्स ने बकायदा सामान की फोटो और वीडियो भी भेजी. इसके बाद पीड़िता को उस पर भरोसा हो गया. शातिर ने कहा कि जैसे ही पैसे ट्रांसफर होंगे तुरंत वह सामान की डिलीवरी करा देगा.


पीड़िता ने अपनी बहन के खाते से 69 हजार और खुद के खाते से 21 हजार रुपये शातिर व्यक्ति के खाते में गुगल-पे के जरिए भेज दिए. आरोपी ने कहा कि शाम तक उनके घर सामान पहुंच जाएगा, लेकिन शाम तक जब सामान नहीं पहुंचा तो आरती ने फिर से उसी नंबर पर कॉल की तो वह स्विच ऑफ मिला. उसके बाद से ही मोबाइल नंबर बंद आ रहा है. पीड़िता ने तुरंत इसकी शिकायत साइबर थाना पुलिस को दी. पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.