पानीपत: इसराना खंड के मांडी गांव (panipat mandi village israna) में राष्ट्रीय पक्षी मोर अवारा कुत्तों का शिकार (stray dogs killed peacock in panipat) हो गया. मौत के बाद वन विभाग के कर्मचारियों ने मोर को बेअदबी के साथ दफन किया. दरअसल बरसात में मोर पूरी तरह भीग गया था. भीगने की वजह से मोर के पंख भारी हो गए थे. जिस वजह मोर उड़ नहीं पाया. इसी का फायदा उठाकर आवारा कुत्तों ने मोर पर अटैक कर दिया.
इस दौरान ग्रामीणों ने मोर को आवारा कुत्तों से बचा लिया. हालांकि कुत्तों के हमलों से मोर बुरी तरह घायल हो गया. रात ज्यादा होने की वजह से मोर को चिकित्सक सुविधा नहीं दिलाई जा सकी. ग्रामीणों ने अपने स्तर पर मोर को प्राथमिक उपचार किया और रातभर घर में ही रखा. सुबह को ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. सूचना मिलते ही वन्य जीव रक्षक बाइक पर मौके पर पहुंचा. वो मोर को किसी दूसरे व्यक्ति की मदद से बाइक पर पानीपत संजय चौक स्थित पशु अस्पताल ले गया.
जहां इलाज के दौरान मोर की मौत (national bird died in panipat) हो गई. जिसके बाद वन्य जीव विभाग के अधिकारी ने बड़ी ही बेअदबी के साथ मोर को दफना दिया. अधिकारी ने मोर के साइज से काफी छोटा गड्ढा खोदा. जिसके बाद मोर के पंख और गर्दन को मोड़ कर उस गड्ढे में दफना दिया. इसके अलावा इसराना के ही गांव गवालड़ा में एक अन्य मोर भी अवारा कुत्तों का शिकार हो गया. वो भी पशु अस्पताल में भर्ती है. जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है.
बता दें कि पानीपत के असंध रोड पर स्थित वन्य प्राणी विभाग में संसाधनों और मैन पावर की काफी कमी है. यहां तीन सरकारी पोस्ट हैं. जबकि भर्ती सिर्फ एक पर ही है. यहां इंसपेक्टर पद का काम करनाल के वन्य प्राणी विभाग के गार्ड को एडिशनल दिया हुआ है. कायदे से यहां सिर्फ एक ही वन्य जीव रक्षक कार्यरत है. जैसे ही मोर के घायल होने की सूचना लोगों ने वन्य विभाग को दी, वैसे ही वन्य जीव रक्षक बाइक पर मोर का इलाज कराने पानीपत पशु अस्पताल ले गया.