पानीपत: 27 जनवरी 2016 को शहर से गायब हुई नाबालिग बच्ची की तलाश आज भी जारी है. लापता बच्ची के मां-पिता ने प्रशासन के आला अफसरों से लेकर मंत्रियों तक मदद की गुहार लगाई लेकिन अभी तक इनकी बेटी इन्हें नहीं मिली. जनवरी 2016 में कुछ बदमाशों ने नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था और उसके बाद से पीड़ित नाबालिग लापतो है.
4 साल से लापता बेटी की तलाश कर रहे है माता पिता
पीड़िता के मां-पिता को तो ये भी नहीं पता कि उनकी बेटी जिंदा है भी या नहीं. पिछले 4 सालों से लापता हुई बच्ची का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया हैं. पीड़ित परिजनों का कहना है कि जनवरी 2020 की कष्ट निवारण समिति की बैठक में गृह मंत्री अनिल विज के सामने उन्होंने अपनी समस्या रखी थी. जिसके बाद गृह मंत्री ने इस मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश भी की थी. परिजनों का कहना है कि वो 4 सालों से पुलिस प्रशासन, मंत्री और स्थानीय विधायकों के चक्कर लगा लगाकर थक चुकें है.
पीड़िता की मां ने बताया कि 27 जनवरी 2016 को मेरी बेटी गायब हुई थी. उन्होंने कहा कि अपनी बेटी को ढूंढने के लिए मुख्यमंत्री से भी मिले लेकिन किसी ने नहीं सुनी. पीड़ित मां ने कहा की मुझे इस बात की उम्मीद है कि सीबीआई मेरी बेटी की तलाश करेगी और बताएगी कि मेरी बेटी जिंदा है या मर गई.
पीड़िता ने कहा की पिछले 15 सालों से पानीपत में रह रही हूं और मेरे साथ कभी अन्याय नहीं हुआ था, लेकिन जो मेरी बेटी के साथ हुआ है वो सरासर गलत है. उनका कहना हैं की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान शुरू करने वाले जब बेटी को ही नहीं बचा रहे तो पढ़ाएंगे कैसे, उन्होंने कहा कि जो मेरे साथ हुआ है अगर ऐसा ही होता रहा तो कोई मां बेटी को जन्म नहीं देगी और बेटी को कोख में ही मार देगी क्यों कि बार-बार रोने से अच्छा है एक बार ही रो लो.
अब सीबीआई करेगी पूरे मामले की जांच
वहीं डीएसपी सतीश वत्स ने कहा की 2016 में पीड़ित महिला आई थी उसमें गिरफ्तारियां हुई थी लेकिन उसके बावजूद भी लड़की बरामद नहीं हुई. अब इस जांच को सीबीआई को सौंप दिया गया हैं, डीएसपी ने कहा की लिखित में अभी हमारे पास आदेश नहीं आए हैं जैसे ही आदेश आएंगे फाइल सीबीआई को सौप दी जाएगी.
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