पानीपत: करीब 1 साल से हरियाणा भर के सभी टोल टैक्स पर किसानों के आंदोलन द्वारा टैक्स फ्री करवाया गया (Farmer Protest Panipat Toll Tax) था. अब जब किसान आंदोलन खत्म हो रहा है तो टोल प्रशासन भी टोल टैक्स लेने की तैयारी कर रहा है. ऐसे में अब स्थानीय लोगों की ये मांग भी उठने लगी है कि किसानों की तरह उनके भी टैक्स माफ किए जाएं. दरअसल पानीपत में 18 किलोमीटर के एरिया में तीन टोल मौजूद हैं.
इन तीनों क्षेत्र में रहने वाले लोगों का कहना कि पानीपत हर तरफ से टोल से घिरा हुआ है. यहां तीन टोल टैक्स पड़ते हैं जिसको बार-बार पैसे देना पड़ता है. पानीपत के नेशनल हाईवे-1 पर बना टोल प्लाजा एलिवेटेड हाईवे बनाने में खर्च हुए बजट को पूरा करने के लिए लगाया गया था, लेकिन स्थानीय लोग इस एलिवेटेड हाईवे का प्रयोग नहीं करते तो उनके लिए इस टोल टैक्स को देना भी नहीं बनता.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का शहर में कई बार आना जाना होता है. हर बार टोल टैक्स पार करना पड़ता है. इस वजह से उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. टोल प्रशासन को यहां की लोकल गाड़ी नंबर को लेकर एक पास बनाना चाहिए जिससे की लोकल नंबर प्लेट की गाड़ियां टोल फ्री हो सकें.
बता दें कि इस मुद्दे को करनाल के सांसद लोकसभा में भी उठा चुके हैं कि एलिवेटेड हाईवे पानीपत के लोगों के लिए किसी काम का नहीं तो उसके लिए बने टोल प्लाजा पर वह टोल पर क्यों पैसे दें. अभी 1 साल से टोल प्लाजा पर किसान आंदोलन के कारण कोई टैक्स नहीं लिया जा रहा था. अब किसान आंदोलन खत्म हो गया है तो टोल प्रशासन भी टैक्स लेने की तैयारी में जुट गया है पर आस-पास के लोगों की यह मांग भी उठने लगी है कि 18 किलोमीटर के एरिया में तीन टोल पर टैक्स वह क्यों दें.
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