ETV Bharat / state

पानीपत में स्कूली बच्चों के बीच पहुंची पर्वतारोही सुनीता सिंह, दिए जरूरी टिप्स

सबसे कम उम्र में माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली सुनीता सिंह चौकन पानीपत पहुंची. जहां उन्होंने निजी स्कूल के कार्यक्रम में हिस्सा लिया.

panipat mountaineer girl sunita singh choken
सुनिता सिंह चौकन
author img

By

Published : Dec 7, 2019, 11:54 PM IST

Updated : Dec 8, 2019, 7:34 AM IST

पानीपत: सबसे कम उम्र में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली हरियाणा की बेटी सुनीता सिंह चौकन पानीपत के एक निजी स्कूल में खेल दिवस के मौके पर पहुंची. इस दौरान उन्होंने दीप प्रज्वलित कर खेल दिवस का उद्घाटन किया. साथ ही जीत दर्ज करने वाले बच्चों को इनाम भी दिए.

सुनीता कर चुकी हैं 20 चोटियां फतह
सुनीता सिंह चौकन अपनी सफलता का श्रय अपनी मां को दिया. उन्होंने बताया कि वो बचपन से ही पहाड़ों पर चढ़ना चाहती थी. उनके इस सपने को पूरा करने में उनकी मां ने उनका पूरा सहगोय किया. उन्होंने बताया कि वो अभी तक 20 चोटियों को फतह कर चुकी हैं और आगे भी कई चोटियों पर चढ़ने का विचार कर रही हैं.

स्कूली बच्चों के बीच पहुंती पर्वतारोही सुनीता सिंह

'हैदराबाद और गैंगरेप रोंगटे खड़े करने वाली घटना'
वहीं हैदराबाद और उन्नाव गैंगरेप पर उन्होंने कहा कि ये दोनों ही घटनाएं दुखद हैं, रोंगटे खड़े करने वाली हैं. उन्होंने कहा कि कोई ऐसा जानवर कैसे हो सकता है कि उनका रेप कर जिंदा जला दे. वहीं हैदराबाद गैंगरेप पीड़िता के आरोपियों के हुए एनकाउंटर को अच्छा बताते हुए उन्होंने कहा कि इंसाफ पूरी तरह से नहीं हुआ है. पीड़िता मर चुकी है, अब एनकाउंटर का कोई मतलब नहीं रह गया है.

ये भी पढ़िए:उन्नाव रेप पीड़िता की मौत पर दीपेंद्र हुड्डा ने जताया दुख, यूपी के सीएम से इस्तीफे की मांग

वहीं अपने संबोधन में स्कूली बच्चों को संबोधित करते हुए सुनीता चौकन ने कहा कि कभी जीवन मे गिव अप नहीं करना चाहिए. जिन्होंने गिव अप किया वो हार गए. उन्होंने कहा कि जीत और हार में कुछ ही सेकंड का अंतर होता है. सभी मेहनत करते हैं लेकिन जीतता एक ही है, इसलिए जीतने के लिए खेले और हार कभी नहीं मानें.

पानीपत: सबसे कम उम्र में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली हरियाणा की बेटी सुनीता सिंह चौकन पानीपत के एक निजी स्कूल में खेल दिवस के मौके पर पहुंची. इस दौरान उन्होंने दीप प्रज्वलित कर खेल दिवस का उद्घाटन किया. साथ ही जीत दर्ज करने वाले बच्चों को इनाम भी दिए.

सुनीता कर चुकी हैं 20 चोटियां फतह
सुनीता सिंह चौकन अपनी सफलता का श्रय अपनी मां को दिया. उन्होंने बताया कि वो बचपन से ही पहाड़ों पर चढ़ना चाहती थी. उनके इस सपने को पूरा करने में उनकी मां ने उनका पूरा सहगोय किया. उन्होंने बताया कि वो अभी तक 20 चोटियों को फतह कर चुकी हैं और आगे भी कई चोटियों पर चढ़ने का विचार कर रही हैं.

स्कूली बच्चों के बीच पहुंती पर्वतारोही सुनीता सिंह

'हैदराबाद और गैंगरेप रोंगटे खड़े करने वाली घटना'
वहीं हैदराबाद और उन्नाव गैंगरेप पर उन्होंने कहा कि ये दोनों ही घटनाएं दुखद हैं, रोंगटे खड़े करने वाली हैं. उन्होंने कहा कि कोई ऐसा जानवर कैसे हो सकता है कि उनका रेप कर जिंदा जला दे. वहीं हैदराबाद गैंगरेप पीड़िता के आरोपियों के हुए एनकाउंटर को अच्छा बताते हुए उन्होंने कहा कि इंसाफ पूरी तरह से नहीं हुआ है. पीड़िता मर चुकी है, अब एनकाउंटर का कोई मतलब नहीं रह गया है.

ये भी पढ़िए:उन्नाव रेप पीड़िता की मौत पर दीपेंद्र हुड्डा ने जताया दुख, यूपी के सीएम से इस्तीफे की मांग

वहीं अपने संबोधन में स्कूली बच्चों को संबोधित करते हुए सुनीता चौकन ने कहा कि कभी जीवन मे गिव अप नहीं करना चाहिए. जिन्होंने गिव अप किया वो हार गए. उन्होंने कहा कि जीत और हार में कुछ ही सेकंड का अंतर होता है. सभी मेहनत करते हैं लेकिन जीतता एक ही है, इसलिए जीतने के लिए खेले और हार कभी नहीं मानें.

Intro:एंकर -हरियाणा प्रदेश की बेटी जिसने सबसे कम उम्र में माउंट एवरेस्ट को फतह किया आज पानीपत में सेंट मैरी कॉन्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में खेल दिवस के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंची उन्होंने इस अवसर पर बच्चों को उनके सपनों का अनुसरण करने पर करने के लिए कहा और कहा तभी उनके सपने पूरे माता-पिता को बच्चो का साथ देने की बात कही हैदराबाद व उन्नाव की घटना दुःखद बताया और कहां कोई इतना जानवर कैसे हो चुका है


Body:वीओ - सबसे कम उम्र में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सुनिता सिंह चौकन आज पानीपत एक निजी स्कूल में खेल दिवस के अवसर पहुंची इस अवसर पर दीप प्रज्वलित कर खेल दिवस का उद्घाटन किया इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हैदराबाद व उन्नाव की घटना पर कहा कि यह दोनों घटनाएं दुखद घटनाएं है रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना है उन्होंने कहा कि कोई ऐसा जानवर कैसे हो सकता है कि उनका रेप कर जिंदा जला दे एनकाउंटर अच्छा हुआ है लेकिन इंसाफ पूरा नहीं है बेटियां मर चुकी है एनकाउंटर जायज नहीं था
वीओ - सुनिता सिंह चौकन अपनी सफलता पर अपनी मां को सबसे बड़ी प्रेरणा मानती है सुनिता सिंह चौकन नेअभी तक 20 माउंटेन फतह कर चुकी हूं दादी मुझे माउंटेन पर लेकर जाती थी और मुझे बचपन से शौक था और यह कभी नही सोचा था कि पूरे विश्व में मेरा इतना मान सम्मान होगा 12000 किलोमीटर साइकिल चला चुकी हूं और मैं जो भी काम करती हूं समाजिक मुद्दों को लेकर करती हूं उन्होंने कहा कि मेरा जीवन का लक्ष्य विश्व की सभी ऊंची चोटीयो को फतह करना

वीओ - जीतने वाले खिलाड़ियों को बधाई देती हूं केवल जीतना एक मकसद नहीं है भागीदारी भी उतनी जरूरी हैं। क्योंकि जो भागीदारी करेगा वही जीतेगा । उन्होंने कहा की बच्चे माता-पिता पर विश्वास करें आपकी जीत संभव है। बच्चों को संबोधित करते हुए सुनीता चोकन ने कहा कि बच्चों के सपनों को पूरा करने में माता पिता उनकी सहायता करें उनका विश्वास बढ़ाएं उन्हें कमजोर ना करें तब देखे कैसे आसमान को छूते हैं ।
खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए सुनीता चोकन ने कहा कि कभी जीवन मे गिव अप ना करें जिन्होंने गिव अप किया वो हार गए ।उन्होंने कहा कि जीत और हार में कुछ ही सेकंड का अंतर होता है । सभी मेंहनत करते हैं लेकिन जीता एक है
Conclusion:
बाइट -सुनीता सिंह चोकान मॉन्टेनेर
Last Updated : Dec 8, 2019, 7:34 AM IST

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.