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सिंगल यूज प्लास्टिक का बेहतर विकल्प है ये बर्तन बैंक, पर्यावरण बचाने के लिए पानीपत में अनूठी पहल की शुरुआत - पानीपत में सहयोग परिवार

मानव जाति और जीव जंतुओं के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक बड़ी समस्या बन चुका है. पर्यावरण को प्रदूषण से बचने के लिए पानीपत की युवाओं ने एक नई पहल की शुरुआत की है. सिंगल यूज प्लास्टिक के बर्तन से बढ़ रहे प्रदूषण और पर्यावरण के नुकसान को देखते हुए पानीपत के युवाओं ने बर्तन बैंक की शुरुआत की है. आखिर ये बर्तन बैंक किस तरह से काम करता है जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर. (Panipat Bartan Bank)

Bartan Bank in Panipat
पानीपत में बर्तन बैंक.
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Nov 26, 2023, 7:52 AM IST

पर्यावरण बचाने के लिए पानीपत में अनूठी पहल की शुरुआत.

पानीपत: प्रदूषण की समस्या हम सब के लिए बहुत बड़ी समस्या है. प्रदूषण से निजात पाने के लिए अब दुनियाभर में चर्चा हो रही है. हालांकि लोग अब इस दिशा में जागरूक भी हो रहे हैं. इसी कड़ी में पर्यावरण को बचाने और सिंगल यूज प्लास्टिक की समस्या से निजात पाने के लिए पानीपत में अनूठी पहल देखने को मिली है. पानीपत में सहयोग परिवार ने बर्तन बैंक की शुरुआत की है. आखिर ये बर्तन बैंक क्या है और किस तरह से काम करता है और पर्यावरण को बचाने में क्या भूमिका अदा कर रहा है आइए जानते हैं.

बर्तन बैंक में 1000 बर्तन सेट: पानीपत के युवाओं ने बर्तन बैंक की शुरुआत की है. यह प्रदेश में पहला ऐसा बर्तन बैंक है जो विभिन्न समारोह में स्टील के बर्तन निशुल्क मुहैया कराता है. बर्तन बैंक के प्रथम चरण की शुरुआत हो चुकी है. इस बर्तन बैंक में 1000 स्टील की थाली, ग्लास, चम्मच, बाल्टी और कड़छी सेट है. इसे कोई भी संस्था या आयोजक गिन कर सेट ले जा सकता है और उपयोग में लाने के बाद साफ करके इसे गिन कर वापस बर्तन बैंक में जमा करा सकता है.

पानीपत में बर्तन बैंक: बर्तन बैंक की शुरुआत करने वाले गौरव लिखा और वैभव छाबड़ा का कहना है कि उन्होंने अपनी संस्था का नाम सहयोग परिवार रखा है. वह शहर के हर शादी, धार्मिक आयोजन, भंडारे, छबीलो आदि में प्लास्टिक के ग्लास और थर्माकोल की प्लेट का इस्तेमाल होते देख रहे थे. आयोजक कार्यक्रम के बाद उन सिंगल यूज प्लास्टिक के ग्लास और प्लेट को वहीं छोड़कर चला जाता है या फिर एक जगह इकट्ठा करके उन्हें आग के हवाले कर देता है. ऐसा करने से पर्यावरण प्रदूषित होता है. अगर वह वहां इन प्लेट और ग्लासों को ना उठा कर ले जाएं तो वह नदी नालों को चौक कर देते हैं, जोकि बड़ी गंदगी फैलने का कारण बनता है.

पर्यावरण बचाने के लिए पानीपत में बर्तन बैंक: गौरव लिखा और वैभव छाबड़ा कहते हैं उनकी संस्था का मुख्य उद्देश्य यही है कि वह अपने शहर को प्रदूषण से मुक्त कर सके. साथ ही एक स्वच्छ पर्यावरण शहर को दे सकें. इसलिए उन्होंने इस पहल की शुरुआत की है. प्रथम चरण में उन्होंने पहले 1000 बर्तनों के सेट से इस पहल की शुरुआत की है. आने वाले समय में अगर यह कारगर साबित हुआ तो वह नगर निगम के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे. फिलहाल वह अपनी ही जगह पर इस प्रोजेक्ट को चला रहे हैं. उनका यह प्रयास थर्माकोल और प्लास्टिक को खत्म करने के लिए सकारात्मक साबित हो सकता है. बर्तन बैंक की मदद से शादी, या अन्य किसी कार्यक्रम के लिए बर्तन खरीदने में जो पैसे खर्च होते हैं उसकी भी बचत हो जाएगी.

Bartan Bank in Panipat
पर्यावरण बचाने के लिए पानीपत में बर्तन बैंक.

ये भी पढ़ें: कबड्डी खिलाड़ियों की फैक्ट्री है हरियाणा का ये गांव, 6 खिलाड़ी दिखाएंगे प्रो कबड्डी लीग में दमखम, रोजाना 200 खिलाड़ी करते हैं प्रैक्टिस

ये भी पढ़ें: क्षेत्रीय बोलियों के संवर्धन और विकास के एम्बेसडर बने नीरज चोपड़ा, बोले- मातृ बोली को सम्मान देना जरूरी

पर्यावरण बचाने के लिए पानीपत में अनूठी पहल की शुरुआत.

पानीपत: प्रदूषण की समस्या हम सब के लिए बहुत बड़ी समस्या है. प्रदूषण से निजात पाने के लिए अब दुनियाभर में चर्चा हो रही है. हालांकि लोग अब इस दिशा में जागरूक भी हो रहे हैं. इसी कड़ी में पर्यावरण को बचाने और सिंगल यूज प्लास्टिक की समस्या से निजात पाने के लिए पानीपत में अनूठी पहल देखने को मिली है. पानीपत में सहयोग परिवार ने बर्तन बैंक की शुरुआत की है. आखिर ये बर्तन बैंक क्या है और किस तरह से काम करता है और पर्यावरण को बचाने में क्या भूमिका अदा कर रहा है आइए जानते हैं.

बर्तन बैंक में 1000 बर्तन सेट: पानीपत के युवाओं ने बर्तन बैंक की शुरुआत की है. यह प्रदेश में पहला ऐसा बर्तन बैंक है जो विभिन्न समारोह में स्टील के बर्तन निशुल्क मुहैया कराता है. बर्तन बैंक के प्रथम चरण की शुरुआत हो चुकी है. इस बर्तन बैंक में 1000 स्टील की थाली, ग्लास, चम्मच, बाल्टी और कड़छी सेट है. इसे कोई भी संस्था या आयोजक गिन कर सेट ले जा सकता है और उपयोग में लाने के बाद साफ करके इसे गिन कर वापस बर्तन बैंक में जमा करा सकता है.

पानीपत में बर्तन बैंक: बर्तन बैंक की शुरुआत करने वाले गौरव लिखा और वैभव छाबड़ा का कहना है कि उन्होंने अपनी संस्था का नाम सहयोग परिवार रखा है. वह शहर के हर शादी, धार्मिक आयोजन, भंडारे, छबीलो आदि में प्लास्टिक के ग्लास और थर्माकोल की प्लेट का इस्तेमाल होते देख रहे थे. आयोजक कार्यक्रम के बाद उन सिंगल यूज प्लास्टिक के ग्लास और प्लेट को वहीं छोड़कर चला जाता है या फिर एक जगह इकट्ठा करके उन्हें आग के हवाले कर देता है. ऐसा करने से पर्यावरण प्रदूषित होता है. अगर वह वहां इन प्लेट और ग्लासों को ना उठा कर ले जाएं तो वह नदी नालों को चौक कर देते हैं, जोकि बड़ी गंदगी फैलने का कारण बनता है.

पर्यावरण बचाने के लिए पानीपत में बर्तन बैंक: गौरव लिखा और वैभव छाबड़ा कहते हैं उनकी संस्था का मुख्य उद्देश्य यही है कि वह अपने शहर को प्रदूषण से मुक्त कर सके. साथ ही एक स्वच्छ पर्यावरण शहर को दे सकें. इसलिए उन्होंने इस पहल की शुरुआत की है. प्रथम चरण में उन्होंने पहले 1000 बर्तनों के सेट से इस पहल की शुरुआत की है. आने वाले समय में अगर यह कारगर साबित हुआ तो वह नगर निगम के साथ मिलकर इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे. फिलहाल वह अपनी ही जगह पर इस प्रोजेक्ट को चला रहे हैं. उनका यह प्रयास थर्माकोल और प्लास्टिक को खत्म करने के लिए सकारात्मक साबित हो सकता है. बर्तन बैंक की मदद से शादी, या अन्य किसी कार्यक्रम के लिए बर्तन खरीदने में जो पैसे खर्च होते हैं उसकी भी बचत हो जाएगी.

Bartan Bank in Panipat
पर्यावरण बचाने के लिए पानीपत में बर्तन बैंक.

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