पानीपत: शराब व्यापारी के पूर्व ड्राइवर ने हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज को शिकायत दी है कि उसके नाम पर 110 करोड़ रुपये अवैध शराब का कारोबार (panipat 110 crores business) किया गया. ड्राइवर की शिकायत मिलते ही अनिल विज ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) समेत 4 विभागों को इस मामले की जांच सौंप दी है. इसके साथ ही ड्राइवर की सुरक्षा के लिए तुरंत पुलिस सिक्योरिटी भी देने के आदेश दिए. ड्राइवर अंबाला से पानीपत पुलिस सुरक्षा में ही लौटा.
खबर है कि पानीपत के शराब कारोबारी (liquor dealer in panipat) ने 15 हजार रुपये तनख्वाह पाने वाले ड्राइवर के नाम से कंपनी खोल ली, और फिर उस कंपनी से 110 करोड़ रुपये का कारोबार किया. इतना ही नहीं शराब व्यापारी ने ड्राइवर के नाम से कई खाते खोलकर मोटी कमाई भी की. ड्राइवर के नाम पर बनाई कई कंपनी से शराब कारोबारी ने कई ठेके खोल अवैध शराब बेची. इस मामले में जेल की हवा ड्राइवर को खानी पड़ी.
इस पूरे मामले की जानकारी अब ड्राइवर ने हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज (anil vij ordered inquiry) को दी है. साथ ही ड्राइवर ने अपनी सुरक्षा भी मांगी. जिसपर अनिल जिस ने ड्राइवर को सिक्योरिटी दे दी. ड्राइवर ने बताया कि पानीपत के नामी शराब कारोबारी नरेंद्र नारवाल ने उसके नाम से शराब के ठेके लिए और उससे अवैध तरीके से शराब बेचने का काम किया. जिसके लिए ड्राइवर को जेल तक जाना पड़ा.
ड्राइवर कुलबीर सिंह ने बताया कि नरेंद्र नारवाल ने मिस्टर कुलबीर कंपनी बनाकर मेरे नाम पर 110 करोड़ रुपये का कारोबार किया. ऐसे में जब भी कोई हादसा या फिर पुलिस शराब पकड़ती थी तो मुझे थाने जाना पड़ता था. पूरे मामले में शराब कारोबारी नरेंद्र नरवाल का कहना है कि ये पूरा मामला ब्लैक मेलिंग से जुड़ा है.110 करोड़ रुपए की बात कुलदीप ने कही है, लेकिन पूरा मामला ही 40 करोड़ रुपये का है और एक्साइज डिपार्टमेंट के पास उनका पूरा रिकॉर्ड मौजूद है. नरेंद्र ने कहा कि कुलदीप उन्हें ब्लैकमेल कर रहा है. पहले इसकी हर डिमांड पूरी की जाती थी, जब डिमांड पूरी करना बंद कर दी तो इसमें ये षड्यंत्र रच दिया.