पानीपत: किसान नेता गुरनाम चढूनी बुधवार को पानीपत की सर्वजातीय जन पंचायत के कार्यालय पहुंचे. यहां पहुंचने पर गुरनाम चढूनी ने टोल कंपनियों को चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के बाद जो नए मुकदमे (cases filed against farmers in haryana) टोल कंपनियों ने किसानों पर दर्ज करवाए हैं. वो मुकदमे वापस नहीं लिए तो टोल प्लाजा को परमानेंट फ्री करवा देंगे. हाल ही में किसान आंदोलन के बाद भारतीय किसान यूनियन ने 3 घंटे के लिए टोल को फ्री करवाया था.
जिसके बाद कंपनियों की शिकायत पर नए किसानों पर मामले दर्ज करवाए गए. हरियाणा में चारे की कमी (fodder shortage in haryana) पर चढूनी ने कहा कि दूसरे प्रदेशों में तूड़ी बेचने पर सरकार ने धारा 144 लगा दी है. जो की सरकार की गुंडागर्दी है. हमारा देश World Trade Organization में शामिल है. जिसमें पूरी दुनिया का व्यापार खुला है. फिर किसानों के तूड़ी बेचने पर प्रतिबंद क्यों?
चढूनी ने कहा कि अबकी बार किसानों को तूड़ी का अच्छा रेट मिल रहा है. फिर सरकार किसानों को दूसरे प्रदेशों में तूड़ी बेचने पर रोक क्यों लगा रही है. जब किसान की तूड़ी सस्ती बिकती थी, तब तो सरकार मौन नजर आती थी. हरियाणा में चुनाव लड़ने के सवाल पर चढूनी ने कहा कि ये फैसला जनता की राय के हिसाब से लेंगे. अगर जनता कहेगी तो चुनाव लडेंगे. चढूनी ने कहा कि चार मुख्य मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन 2 मई को पूरे हरियाणा में जिला स्तर पर ज्ञापन सौंपेगी.
पहली मांग ये कि 25 अप्रैल को हरियाणा में आगजनी हुई. जिसमें लोगों के आशियाने जल गए. किसानों की फसलें जल गई. उन सभी को मुआवाज मिले. दूसरी मांग ये कि गेहूं खरीद पर सरकार प्रति क्विंटल के हिसाब से 500 रुपये का बोनस दे. तीसरी मांग ये कि जल्द से जल्द किसानों को समर्सिबल के कनेक्शन मिले. चौथी मांग ये कि जिन किसानों की फसल कम निकली है उनको बीमा कंपनी जल्द मुवावजा दे.
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