पानीपत: दिवाली के बाद से दिल्ली और उससे सटे राज्यों में वायु प्रदूषण बढ़ गया है. वायु प्रदूषण से औद्योगिक नगरी पानीपत का बुरा हाल है. पिछले कुछ दिनों से सुबह से ही वातावरण में धूलकण छा जाते हैं. दिवाली के करीब 8 दिन बाद भी पानीपत के लोगों वायु प्रदूषण से परेशान हैं और राहत के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं.
पराली जलाने के मामलों में आई कमी
लगातार बढ़ रहे प्रदूषण का मुख्य कारण किसानों को बताया जा रहा है. मीडिया लगातार पराली जलाने की कवरेज को दिखा रहा है. वहीं सरकार भी पराली के जलाने के मामले को लेकर काफी सख्त है. पीएमओ ऑफिस ने भी प्रदूषण के मुद्दे पर हरियाणा और पंजाब को हर रोज रिपोर्ट सौंपने को कहा है. किसानों की ओर उठ रही उंगली पर पानीपत के किसानों ने नाराजगी जाहिर की है. जबकि हरियाणा में इस बार पराली जलाने के मामलों में काफी कमी आई है.
किसानों के सरकार पर आरोप
किसानों का कहना है कि हरियाणा में प्रदूषण को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. मीडिया हो या फिर सरकार तमाम लोग किसानों को दोषी साबित करने पर जुटे हैं. प्रदूषण के आंकड़े सामने आने के बाद इतना तो कोई भी बदनाम नहीं हुआ, जितना अबकी बार किसानों की पराली बदनाम हो चुकी है.
ये भी पढ़ें:-प्रदूषण पर हरियाणा और पंजाब को रोज देनी होगी PMO को रिपोर्ट
लगातार वीडियो में प्रदूषण को लेकर किसानों का नाम आने पर किसानों का गुस्सा फूट गया. साथ ही किसानों ने कहा कि मीडिया और सरकार किसानों को दोषी साबित करने में तुली हुई है, सरकार और मीडिया को बड़े-बड़े फर्टिलाइजर, चिमनी, फैक्ट्रियां और कंस्ट्रक्शन दिखाई नहीं दे रहे, सिर्फ किसानों की पराली दिखाई दे रही है.