पानीपत: हरियाणा के जिला पानीपत में बाल विवाह निषेध अधिकारी को एक नवविवाहिता ने शादी के दो दिन बाद शिकायत दी है. शिकायत करने वाली नवविवाहिता ने बताया कि शादी के बाद वह दो दिन ही पति के साथ रही है. तीसरे दिन अचानक उसका पति गायब हो गया. घरवालों से पूछने पर भी कोई पता नहीं चला कि वह कहां चला गया है. फिर बाद में पता चला कि शादी से पहले ही उसका पति और जेठ गांजे के साथ पकड़े गए और अब वो जेल में है.
नवविवाहिता ने आरोप लगाया है कि लड़के पक्ष ने शादी के नाम पर सरकार से मिलने वाली आर्थिक मदद के बहाने लड़की व उसके पिता से पैरोल के कागज तैयार करा लिए. पैरोल पर आकर उसने शादी कर ली और दो दिन बाद फिर जेल में सरेंडर कर दिया. शादी के करीब एक महीने बाद इसका खुलासा हुआ है. नवविवाहिता का कहना है कि अब वह यह रिश्ता नहीं रखना चाहती.
जेल में बंद आरोपी पति ने पत्नी को तलाक देने से इनकार कर दिया है. नवविवाहिता ने बताया कि जून 2022 को उसने उस लड़के से सगाई की थी. शादी की तारीख तक उसे धोखे में रखा गया. जब भी वह लड़के के बारे में पूछती थी तो उसके सास-ससुर एक ही जवाब देते थे की उनका बेटा काम के सिलसिले में बाहर गया हुआ है.
वहीं, लड़के पक्ष के लोगों ने बताया की लड़के के जेल में होने की बात लड़की पक्ष के लोगों को बता दी गई थी. जब पैरोल के कागज तैयार करवाए गए तो लड़की के एरिया पार्षद के हस्ताक्षर भी कराए गए थे. लड़का पक्ष वालों की मानें तो धोखा देकर उनसे नाबालिग बेटी की शादी कराई है और अब पैसे की मांग की जा रही है.
महिला संरक्षण व बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने बताया कि लड़की अपने पति के साथ कोई रिश्ता नहीं रखना चाहती. लेकिन दूसरे पक्ष के बिना यह संभव नहीं है. दोनों पक्षों ने अब आगे की कार्रवाई के लिए समय मांगा है. वहीं, लड़का पक्ष के लोगों ने लड़की के नाबालिग होने का प्रमाण भी दिया है. राशन कार्ड के मुताबिक लड़की भी नाबालिग पाई गई है.
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