पानीपत: कार्तिक महीने में मनाए जाने वाली कार्तिक पूर्णिमा पर कोरोना का असर देखने को मिला. श्रद्धालु इस दिन पवित्र नदियों और कुंडों में स्नान करते हैं. जिसके बाद हरि विष्णु और भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं, लेकिन अबकी बार श्रद्धालु आए तो सही, लेकिन बहुत कम संख्या में.
यमुना नदी के किनारे फूल और प्रसाद बेचने वाले लोग भी काफी मायूस हैं. क्योंकि उनका कहना है कि कोरोना महामारी के कारण इस बार बहुत कम संख्या में श्रद्धालु आए. वहीं यमुनान किनारे प्राचीन मंदिर के पुजारी ने भी कहा कि लोगों में श्रद्धा है, लेकिन कोरोना के कारण संख्या कम है.
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बता दें, मान्यता है कि कर्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान करने से दस युगों के समान पूण्य की प्राप्ति होती है. शास्त्रों में इसे महापुनित पर्व कहा जाता है. मान्यता है कि कर्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान करने से दस युगों के समान पूण्य की प्राप्ति होती है. शास्त्रों में इसे महापुनित पर्व कहा जाता है.