चंडीगढ़: पानीपत फिल्म पर विरोध प्रदर्शन जारी है. जाट समुदाय महाराजा सूरजमल के किरदार को लेकर विरोध कर रहे हैं. उनके मुताबिक महाराजा सूरजमल के चरित्र को गलत ढंग से दिखाया गया है. महाराजा सूरजमल के चरित्र को लेकर जाटों ने चेतावनी भी दी है. सड़क से सदन तक ये मुद्दा गरमाता जा रहा है.
बीजेपी सांसद ने लोकसभा में उठाया मुद्दा
करनाल से बीजेपी सांसद संजय भाटिया ने इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया. सांसद संजय भाटिया ने इसे जवलंत मुद्दा बताया और महाराजा सूरजमल के चरित्र को गलत तरीके से फिल्माए जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि फिल्मों में महापुरुषों और वीरों के जीवन को गलत तरीके से दिखाने पर कार्रवाई होनी चाहिए.
जाट समुदाय कर रहा है पानीपत फिल्म का विरोध
राजा सुरजमल को किरदार को लेकर हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत कई हिस्सों में फिल्म पानीपत का विरोध हो रहा है. फिल्म से राजा सूरजमल के बारे में दिखाए गए किरदार को हटाने की मांग तेजी से उठ रही है. जाट संगठनों और कुछ खापों ने भी इस पर विरोध दर्ज करते हुए इसको फिल्म से हटाने की मांग की है.
इतिहास से छेड़छाड़ करने वालों पर हो कार्रवाई- सांसद
करनाल से बीजेपी सांसद संजय भाटिया ने लोकसभा में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया और कहा कि फिल्मकार, इतिहासकार जानते हैं कि सूरजमल कितने वीर, दयालु और देशभक्त थे. वो कभी युद्ध नहीं हारे थे. संजय भाटिया ने कहा कि उनका जन्म पानीपत में हुआ है.
'इतिहास में मराठों का महत्वपूर्ण योगदान'
संजय भाटिया ने कहा कि इतिहास में मराठों का जो भी योगदान रहा हो, लेकिन पानीपत में काला अम्ब मराठों की वीरता का प्रतीक है और हर साल 14 जनवरी को शौर्य दिवस कर तौर पर मनाया जाता है. सांसद ने कहा कि महापुरुषों ओर वीरों के जीवन से छेड़छाड़ करने वालों पर सरकार सख्त कार्रवाई करे.
राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने की निंदा
सूबे की महिला राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने इस मामले में कहा कि महाराजा सूरजमल महान थे. जिस तरह से फिल्म में उनका गलत चित्रण किया है. वो उसकी निंदा करती हैं.
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बिजली मंत्री ने भी किया विरोध
बिजली मंत्री रंजीत सिंह ने कहा कि माधवराज सिंधिया ने सिरसा में उनके एक कार्यक्रम में लाखों की भीड़ में कहा था कि जाटों के मराठाओं के साथ अच्छे संबंध थे. जब पानीपत के युद्ध में मराठे घिर गए थे तो जाटों ने उनकी महिलाओं को सम्मान के साथ ग्वालियर पहुंचाया था. रंजीत चौटाला ने कहा कि फिल्म की कहानी को दिखाने के लिए इतिहास को तोड़ मरोड़ कर दिखाया जाता रहा है.